साइबर ठगों के झांसे में आया प्रोफेसर : मुनाफे का लालच दिखाकर लूट लिए 85 लाख, देश के 6 राज्यों से मिला कनेक्शन

UPT | साइबर ठगों के झांसे में आया प्रोफेसर

Oct 05, 2024 14:30

ताजा मामला अलीगढ़ से सामने आया है। यहां एक प्रोफेसर को साइबर ठगों ने पहले झांसे में लिया और फिर 85 लाख रुपये का चूना लगा दिया। प्रोफेसर ने अब पुलिस से मदद की गुहार लगाई है।

Short Highlights
  • साइबर ठगों के झांसे में आया प्रोफेसर
  • धीरे-धीरे जमा कर दिए 85 लाख
  • 4 दिन में 10 हजार का प्रॉफिट
Aligarh News : देश में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सबसे ताज्जुब की बात ये है कि आए दिन इस संबंध में खबरें प्रकाशित होती रहती हैं, लेकिन बावजूद इसके लोग साइबर अपराधियों के झांसे में आ जाते हैं। इसमें बड़ी संख्या शिक्षित लोगों की भी है। ताजा मामला अलीगढ़ से सामने आया है। यहां एक प्रोफेसर को साइबर ठगों ने पहले झांसे में लिया और फिर 85 लाख रुपये का चूना लगा दिया। प्रोफेसर ने अब पुलिस से मदद की गुहार लगाई है।

शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अलीगढ़ के सिविल लाइन इलाके के रहने वाले प्रोफसर जीटी रोड स्थित एक कॉलेज में पढ़ाते हैं। पहले साइबर अपराधियों ने उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, जिसमें शेयर बाजार में निवेश करने की जानकारी दी जाती थी। इसके बाद ग्रुप में बताया गया कि एक कंपनी का आईपीओ आने वाला है, जिस पर निवेश करने पर अच्छा मुनाफा हो सकता है। प्रोफेसर ने पहले तो इसे अनदेखा किया, लेकिन फिर बाद में उन्हें उत्सुकता हुई और उन्होंने इसे लेकर सवाल-जवाब शुरू कर दिए।



4 दिन में 10 हजार का प्रॉफिट
हैकरों की एक टीम उन्हें सब कुछ समझाने लगी। उन्हें बताया गया कि पैसे निवेश करने के बाद उन्हें 10 फीसदी का प्रॉफिट दिया जाएगा। जब प्रोफेसर पूरी तरह झांसे में आ गए, तो उनका ऑनलाइन अकाउंट खोला गया। इसके बाद उसने पहली बार में 40 हजार रुपये की रकम इन्वेस्ट करवाई गई। पहले ही दिन उन्हें 300 रुपये का मुनाफा दिखाया गया। 4 दिन बाद यही मुनाफा बढ़ाकर 10 हजार रुपये दिखाने लगा। अब प्रोफेसर को थोड़ा और लालच आ गया। उन्होंने धीरे-धीरे और पैसे लगाने शुरू कर दिए।

धीरे-धीरे जमा कर दिए 85 लाख
इसी तरह प्रोफेसर ने कुल 20 बार में 85 लाख रुपये की रकम इन्वेस्ट कर दी। उन्होंने इसके लिए अपने रिश्तेदारों से भी पैसे उधार ले लिए। कुछ ही समय से उन्हें तीन करोड़ रुपये का प्ऱॉफिट दिखाया जाने लगा। अब प्रोफेसर को लगा कि पैसे निकालने का यही सही समय है। जैसे ही उन्होंने पैसे वापस मांगे, साइबर ठगों ने उन्हें ग्रुप से बाहर निकाल दिया। तब जाकर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। प्रोफेसर ने बताया कि उन्होंने सितंबर के आखिर हफ्ते में अंतिम बार पैसे लगाए थे और करीब 28-29 सितंबर को उनसे हैकरों ने संपर्क तोड़ दिया।

6 राज्यों से निकला कनेक्शन
बीते गुरुवार को प्रोफेसर ने एसएसपी को शिकायकी प्रार्थना पत्र दिया। वहां से उन्हें साइबर थाने भेज दिया गया। उन्होंने थाने में पूरे मामले की लिखित में तहरीर दी और इसके बाद मुकदमा दर्ज किया गया। जांच में सामने आया कि प्रोफेसर द्वारा इन्वेस्ट की गई रकम को 11 बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया। ये खाते पश्चिम बंगाल, केरल, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के हैं। इसे जिले की दूसरी सबसे बड़ी ठगी के रूप में देखा जा रहा है। इसके पहले जनवरी में गांधी पार्क इलाके के रहने वाले नेवी ऑफिसर से 1.2 करोड़ रुपये की ठगी की गई थी।

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