अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में डॉ. मनमोहन सिंह ने किया था यादगार संबोधन : देश की अर्थव्यवस्था पर  महत्वपूर्ण विचार किये थे व्यक्त  

UPT | एएमयू के दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह

Dec 27, 2024 14:24

सन् 2003 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के दीक्षांत समारोह में भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ रहे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

Short Highlights
  • एएमयू के दीक्षांत समारोह में किया था संबोधन
  • एएमयू के शैक्षिक वातावरण की सराहना की थी

Aligarh news : सन् 2003 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के दीक्षांत समारोह में भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ रहे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। उस समय डॉ. मनमोहन  सिंह राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए एक शिक्षक की भूमिका निभाई और देश की अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए थे । उनकी उपस्थिति ने समारोह को ऐतिहासिक बना दिया था।

एएमयू के दीक्षांत समारोह में किया था संबोधन

दीक्षांत समारोह के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह ने विद्यार्थियों को सफलता और देश के विकास के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण की अहमियत समझाई। साथ ही, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की दिशा और इसमें आने वाली चुनौतियों पर भी गहन चर्चा की। उनके भाषण ने न केवल विद्यार्थियों को प्रेरित किया, बल्कि एएमयू के माहौल और शैक्षिक मानकों की सराहना भी की। डॉ. सिंह ने कहा था कि विश्वविद्यालयों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को केवल शिक्षा देना नहीं, बल्कि उन्हें जीवन में चुनौतियों का सामना करने और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए तैयार करना है ।

एएमयू के शैक्षिक वातावरण की सराहना की थी

इस ऐतिहासिक पल को याद करते हुए एएमयू के सेवानिवृत प्रोफेसर आरपी सिंह व्यथित हो गए। प्रोफेसर सिंह का डॉ. मनमोहन सिंह के साथ गहरा आत्मिक रिश्ता था। वह बताते हैं कि जब डॉ. सिंह 2003 में विश्वविद्यालय आए थे, तो उनका स्वागत बहुत धूमधाम से किया गया था। डॉ. सिंह ने विश्वविद्यालय में अपनी उपस्थिति से न केवल शैक्षिक वातावरण की सराहना की, बल्कि छात्रों के भविष्य के बारे में भी अपनी चिंता और उम्मीदें साझा की थीं।

डॉ. सिंह के साथ बिताए यादगार पल

प्रोफेसर आरपी सिंह ने बताया कि दीक्षांत समारोह के बाद डॉ. सिंह ने विश्वविद्यालय की परंपरा के अनुसार शेरवानी और मुख्य अतिथि की तस्वीर प्राप्त की। जब डॉ. सिंह दिल्ली लौटे, तो प्रोफेसर सिंह ने उन्हें फोन किया और बताया कि वह उनसे मिलने आ रहे हैं। प्रोफेसर सिंह ने बताया  कि जब उनकी कार उनके घर के पास रुकी, तो उन्होंने दरवाजा खोला और विनम्रता से मना किया कि वह भीतर आकर आराम करें। इसके बाद उन्होंने मुझे अंदर बुलाया और दोनों ने एक साथ शरबत पिया, फिर चाय भी पी । इस दौरान विश्वविद्यालय और देश-दुनिया की कई महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा हुई।

डा मनमोहन सिंह के निधन को बताया अपूरणीय क्षति

प्रोफेसर आरपी सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के साथ बिताए गए वह लम्हे मेरे जीवन के सबसे खास पल थे। उनका ज्ञान, उनके विचार और उनका सरल और सादा व्यक्तित्व हमेशा हमें प्रेरित करता रहेगा। 
 

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