हाथरस सत्संग कांड : 3200 पेज की चार्जशीट में भोले बाबा का नाम नहीं, माया के वार पर पलटवार...

UPT | अधिवक्ता केपी सिंह का फाइल फोटो।

Oct 03, 2024 17:18

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग कांड में 121 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने 11 सेवादारों को इस मामले में आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया था। हाथरस पुलिस ने इस मामले में 91 दिन की जांच के बाद 3200 पेज की चार्जशीट...

Hathras News : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सत्संग कांड में 121 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने 11 सेवादारों को इस मामले में आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया था। हाथरस पुलिस ने इस मामले में 91 दिन की जांच के बाद 3200 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। चार्जशीट में सूरजपाल और भोले बाबा का कही भी नाम नहीं है। इसके बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है।

सवालों के कटघरे में सरकार
बसपा सुप्रीमो मायावती ने पुलिस की चार्जशीट में सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का नाम न होने पर अपने एक्स हैंडल से सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपने एक्स हैंडल पर कहा है कि यूपी के हाथरस में 2 जुलाई को हुए सत्संग में भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। उनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। फिर भी चार्जशीट में सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का नाम नहीं होना जनविरोधी राजनीति की ओर इशारा करता है। इससे यह साबित होता है कि ऐसे लोगों को राज्य सरकार का संरक्षण है। 
यूपी ​की सियासत में हलचल
मीडिया के अनुसार, सिकन्दराराऊ की इस दर्दनाक घटना को लेकर 3200 पेज की चार्जशीट में 11 सेवादारों को आरोपी बनाया गया है, किन्तु बाबा सूरजपाल के बारे में सरकार द्वारा पहले की तरह चुप्पी क्या उचित? ऐसे सरकारी रवैये से ऐसी घटनाओं को क्या आगे रोक पाना संभव होगा? आमजन चिन्तित। बसपा सुप्रीमो मायावती के एक्स हैंडल पर इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मच गई है।

लांछन लगा रहीं मायावती 
सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के अधिवक्ता केपी सिंह ने मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि बहन मायावती उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रहीं हैं। उन्हें बिल्कुल भी उत्तर प्रदेश की जनता से प्यार नहीं है। हाथरस में जो दुखद घटना हुई है, उस पर नमक छिड़कने का काम कर रहीं हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश सरकार व उनकी जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है। मायावती व्यक्तिगत रूप से उनको बदनाम करने के लिए लांछन लगा रही है। उन्हें इस बात की जलन है कि एक दलित शोषित वंचित व्यक्ति कैसे सनातन धर्म की बात करने लगा। मायावती सनातन धर्म और उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहीं हैं। अधिवक्ता ने उन पर लगे मुकदमों को लेकर कहा कि आप खुद पर लगे मुकदमों की जांच की बात करें तो अच्छा होगा। हादसे में मारे गए लोगों के परिवार के लिए सहयोग की बात तो नहीं की, उनके परिवार के किसी व्यक्ति को नौकरी देने के बात नहीं की। क्या आपने 3200 पेज की चार्जशीट पढ़ी है? इसलिए आपको अपने लिखे को वापस लेना चाहिए।

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