क्यों किया जिओ के मैनेजर का अपहरण : आरोपियों ने पुलिस को बताई पूरी कहानी, कैसे ले गए, कहां रखा, जानें सब कुछ

UPT | जिओ फाइबर के मैनेजर को पुलिस ने छुड़ाया

Jan 04, 2025 21:47

हाथरस जिले से जिओ फाइबर के मैनेजर के अपरहणकर्ताओं से पुलिस और एसटीफ की मुरादाबाद में मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज को सकुशल बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया...

Hathras News : हाथरस जिले से जिओ फाइबर के मैनेजर के अपरहणकर्ताओं से पुलिस और एसटीफ की मुरादाबाद में मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज को सकुशल बदमाशों के चंगुल से छुड़ा लिया। मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार चार अपहरणकर्ताओं ने पुलिस को बताया कि उन्होंने जियो फाइबर मैनेजर अभिनव भारद्वाज का अपहरण कैसे और क्यों किया। साथ ही अपहरण के बाद मैनेजर को कहां ले गए और वहां उसके साथ क्या किया। 48 घंटे के भीतर एसटीएफ और हाथरस पुलिस ने जियो फाइबर मैनेजर के अपहरण की गुत्थी सुलझाई।

मैनेजर को स्विफ्ट कार में डालकर अल्मोड़ा ले गए
अपहरणकर्ताओं ने खुलासा किया कि 1 जनवरी को चार लोगों ने हाथरस के सिकंदराराऊ से जियो फाइबर मैनेजर अभिनव भारद्वाज का अपहरण किया। मैनेजर को स्विफ्ट कार में डालकर अल्मोड़ा ले जाया गया, जहां उसे एक मकान के अंदर बंधक बनाकर रखा गया। मकान में चार अपहरणकर्ताओं के साथ पांच अन्य लोग भी मौजूद थे, जो मैनेजर को मारते-पीटते थे। उन्होंने परिजनों को फोन कर फिरौती मांगी और व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए मैनेजर से बात भी कराई।



कैडनेपिंग में ये लोग थे मौजूद
मैनेजर अभिनव भारद्वाज को अपहरण कर ले जाने वाले चारों लोगों के नाम उसने बातचीत में सुने थे। गोलू ठाकुर उर्फ यश, गौरव, गोलू उर्फ अंशुल और प्रशांत। यह लोग खुद को छतारी, बुलंदशहर का बता रहे थे। इसके अलावा विक्की, सूजल कुमार, करण बिष्ट, विशाल कुमार उर्फ लाटा और वीरेंद्र, जो अल्मोड़ा के निवासी थे, ने मैनेजर को बंधक बना रखा था। अपहरण के बाद मैनेजर को यह कहकर गाड़ी में बैठाया गया कि उसके परिवार वाले फिरौती की रकम देंगे। गाड़ी में गोलू ठाकुर, गौरव, विक्की और विशाल मौजूद थे, जबकि सूजल और करण स्कूटी से पीछा कर रहे थे। अन्य तीन अपहरणकर्ता गोलू अंशुल, प्रशांत और वीरेंद्र अलग वाहन से थे।

मैनेजर के एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की
अपहरणकर्ताओं ने मैनेजर को स्विफ्ट कार में बैठाकर पहले रामपुर ले गए। वहां उन्होंने मैनेजर के एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन मैनेजर ने जानबूझकर गलत पिन बताया, जिससे पैसे नहीं निकल सके। इस पर अपहरणकर्ताओं ने उसकी पिटाई की। इसके बाद वे मुरादाबाद के बस स्टैंड पहुंचे। वहां गोलू ठाकुर उर्फ यश गाड़ी से उतरकर मैनेजर के परिजनों से फिरौती की रकम लेकर वापस आया। गाड़ी में उसने अपने साथियों को पैसे गिनने के लिए दिए। पूरे रास्ते अपहरणकर्ता मैनेजर पर पिस्टल ताने हुए थे और कोई भी हरकत करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे।

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