कासगंज में राशन घोटाला : 900 विधवाएं बनी हुई हैं 'सुहागिन', मुफ्त सामान के लालच में महिलाओं ने छिपाई पति की मृत्यु

UPT | Ration Scam

Aug 17, 2024 16:11

लगभग 900 विधवा महिलाओं ने मुफ्त राशन पाने के लिए अपने मृतक पतियों के नाम राशन कार्ड से नहीं हटवाए हैं। इन महिलाओं ने अपने मृतक पतियों के नाम राशन कार्ड से नहीं...

Short Highlights
  • 900 विधवा महिलाओं ने मृतक पतियों के नाम राशन कार्ड से नहीं हटवाए
  • शासन से भेजी गई सूची के माध्यम से खुलासा हुआ
  • आपूर्ति विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है
Kasganj News : कासगंज जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां लगभग 900 विधवा महिलाओं ने मुफ्त राशन पाने के लिए अपने मृतक पतियों के नाम राशन कार्ड से नहीं हटवाए हैं। इन महिलाओं ने अपने मृतक पतियों के नाम राशन कार्ड से नहीं हटवाए हैं। यह जानकारी शासन से भेजी गई सूची के माध्यम से उजागर हुई है। सूची प्राप्त होने के बाद, आपूर्ति विभाग ने इन राशन कार्डों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू करने की योजना बनाई है।
 
शासन द्वारा भेजी गई लिस्ट में हुआ खुलासा
जानकारी के अनुसार, यह खुलासा शासन द्वारा भेजी गई एक सूची में हुआ, जिसमें विधवा पेंशन लेने वाली महिलाओं के डेटा का मिलान आपूर्ति विभाग के रिकॉर्ड से किया गया। इसमें पता चला कि जिले में कुल 21,406 महिलाएं विधवा पेंशन ले रही हैं, जिनमें से इन 900 महिलाओं के राशन कार्ड में उनके पति के नाम अभी भी दर्ज हैं।



अपात्र व्यक्तियों का नाम योजना से बाहर करने का उद्देश्य
ऐसे में अंत्योदय योजना और पात्र गृहस्थी योजना के तहत लाभार्थियों का सत्यापन किया जा रहा है, जिसमें ई-केवाईसी प्रक्रिया का उपयोग किया जा रहा है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य अपात्र व्यक्तियों को योजना से बाहर करना है। इस घोटाले के खुलासे के बाद, आपूर्ति विभाग ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग अब इन मृतक व्यक्तियों के नामों को राशन कार्ड से हटाने की प्रक्रिया में है। यह कदम न केवल राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाएगा, बल्कि यह सुनिश्चित करेगा कि सरकारी लाभ वास्तव में पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे।

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