अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के अटलपुर गांव में आयोजित किसान-मजदूर महापंचायत ने किसानों के आंदोलन को एक नई दिशा दी है।
Short Highlights
किसानों के साथ मजदूरों का भी समर्थन
विकास के नाम पर सरकार जमीनें छीन रही है
महापंचायत में महिलाओं का किया गया सम्मान
कई संगठनों के किसान नेताओं ने लिया भाग
Aligarh news : अलीगढ़ के लोधा क्षेत्र के अटलपुर गांव में आयोजित किसान-मजदूर महापंचायत ने किसानों के आंदोलन को एक नई दिशा दी है। इस महापंचायत का आयोजन अटलपुर धरने के एक साल पूरा होने के उपलक्ष्य में किया गया, जिसमें देशभर से आए किसान नेताओं और संगठनों ने भाग लिया। महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डॉ. दर्शन पाल मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। उन्होंने सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने और आंदोलन में शहीद हुए 750 से अधिक किसानों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए एक बड़े राष्ट्रीय आंदोलन की घोषणा की।
किसानों के साथ मजदूरों का भी समर्थन
महापंचायत में डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय नीतियों के जरिए किसानों को ठगा है। उन्होंने कहा कि अब देश के किसान-मजदूर एकजुट होकर बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आंदोलन की चिंगारी सुलग रही है, और यह जल्द ही पूरे देश में आग की तरह फैल जाएगी। उन्होंने खनौरी बॉर्डर पर अनशनरत किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के संघर्ष का समर्थन करने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि सरकार की हठधर्मिता का मुकाबला जान की बाजी लगाकर भी किया जाएगा ।
महापंचायत में उठी प्रमुख मांगें
महापंचायत में किसानों ने अपनी प्रमुख मांगें रखीं, जिनमें सर्किल रेट में वृद्धि, भूमिहीन खेतिहर मजदूरों के पुनर्वास, रोजगार और गोचर भूमि को योजनाओं से बाहर रखने की मांग शामिल थी। इसके अलावा, किसानों ने सरकार से जबरदस्ती जमीन अधिग्रहण पर रोक लगाने की अपील की।
विकास के नाम पर सरकार जमीनें छीन रही है
किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त सचिव चौधरी दिगंबर सिंह ने नोएडा और अन्य क्षेत्रों में चल रहे जमीन अधिग्रहण के विरोध में आंदोलन का समर्थन किया। क्रांतिकारी किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रामनयन यादव ने कहा कि सरकार विकास के नाम पर किसानों की जमीनें छीन रही है। जय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल जयवीर सिंह ने सभी वर्गों के संयुक्त आंदोलन की जरूरत पर बल दिया। पंजाब से आए राजगुरविंदर सिंह गुमान ने कहा कि पंजाब से शुरू हुआ किसान आंदोलन अब पूरे देश की आवाज बन चुका है।
महापंचायत में महिलाओं का किया गया सम्मान
महापंचायत में धरने में सक्रिय भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। हरे साफे भेंटकर उनके संघर्ष को सराहा गया। यह सम्मान महिला किसानों और मजदूरों के आंदोलन में बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है। किसान नेताओं ने ऐलान किया कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा। भाकियू के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष मलखान सिंह ने चेतावनी दी कि यदि सरकार किसानों की समस्याओं को हल नहीं करती, तो अलीगढ़ 1986 जैसे ऐतिहासिक आंदोलन का गवाह बनेगा।
कई संगठनों के किसान नेताओं ने लिया भाग
महापंचायत में देशभर के किसान संगठनों और नेताओं ने भाग लिया। इनमें किसान सभा, क्रांतिकारी किसान यूनियन, जय किसान आंदोलन, और भाकियू के प्रतिनिधि शामिल थे। अटलपुर आंदोलन में किसानों की प्रमुख मांग सर्किल रेटों में बढ़ोतरी करना, भूमिहीन खेतिहर मजदूरों के लिए पुनर्वास और रोजगार, जबरदस्ती जमीन अधिग्रहण पर रोक लगे , गोचर और पंचायती भूमि को योजनाओं से बाहर रखना शामिल है।