गोपाल दास नीरज के नाम पर होगी गली का नामकरण : जन्म शताब्दी के अवसर पर महापौर करेंगे घोषणा

UPT | महापौर प्रशांत सिंघल को पत्र सौंपते हुए

Jan 01, 2025 20:05

हिंदी के मूर्धन्य कवि और पद्मभूषण स्वर्गीय गोपाल दास नीरज की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए उनकी निवास वाली गली का नाम उनके नाम पर रखने की मांग जोर पकड़ रही है।

Short Highlights
  • गोपाल दास नीरज के नाम पर गली का नाम रखने की उठी मांग
  • गोपाल दास नीरज हिन्दू साहित्य के गौरव है  
Aligarh news  : हिंदी के मूर्धन्य कवि और पद्मभूषण स्वर्गीय गोपाल दास नीरज की स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए उनकी निवास वाली गली का नाम उनके नाम पर रखने की मांग जोर पकड़ रही है। भाजपा की वरिष्ठ नेता व पूर्व सभासद और गोपाल दास नीरज ट्रस्ट की सदस्य डॉ. मधु आंधीवाल ने इस संबंध में महापौर प्रशांत सिंघल से भेंट की और आगामी 4 जनवरी 2025 को नीरज जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर यह निर्णय लेने का अनुरोध किया है ।

महापौर ने दिया आश्वासन

डॉ. मधु आंधीवाल ने महापौर को एक लिखित पत्र सौंपते हुए मांग की कि जनकपुरी क्षेत्र में स्थित उस गली, जहां पर नीरज जी का निवास है, का नामकरण उनके नाम पर किया जाए। इस मांग को अलीगढ़ की जनता और साहित्यिक समाज की ओर से नीरज जी को श्रद्धांजलि के रूप में देखा जा रहा है। महापौर प्रशांत सिंहल ने आश्वासन दिया कि 3 जनवरी को डीएस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में इस मांग को स्वीकार करते हुए औपचारिक घोषणा की जाएगी।

गोपाल दास नीरज हिन्दू साहित्य के गौरव है  

पत्र में डॉ. आंधीवाल ने लिखा कि स्वर्गीय गोपाल दास नीरज न केवल हिंदी साहित्य के गौरव थे, बल्कि उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से भारत और हिंदी को वैश्विक मंच पर गौरवान्वित किया। सौभाग्य से अलीगढ़ उनकी कर्मभूमि रही और ऐसे महान कवि के सम्मान में यह निर्णय उनकी स्मृति को अमर बनाएगा।

नीरज के प्रशंसकों में उत्साह

महापौर के इस आश्वासन के बाद नीरज जी के प्रशंसकों और साहित्य प्रेमियों में प्रसन्नता की लहर है। सभी को उम्मीद है कि यह कदम नीरज जी की साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में मदद करेगा।  गोपाल दास नीरज की जन्म शताब्दी के अवसर पर 4 जनवरी 2025 को अलीगढ़ में कई भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कवि सम्मेलन, साहित्यिक संगोष्ठी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से नीरज जी की कृतियों और उनके जीवन को याद किया जाएगा।

गली के नामकरण से जुड़ी उम्मीदें

गली का नाम "स्वर्गीय गोपाल दास नीरज मार्ग" रखे जाने से न केवल क्षेत्र की पहचान बढ़ेगी, बल्कि यह स्थानीय जनता और साहित्य प्रेमियों के लिए गर्व का विषय होगा। यह कदम अलीगढ़ के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा और शहर को 'नीरज की नगरी' के रूप में नई पहचान देगा। स्वर्गीय गोपाल दास नीरज का साहित्यिक और सामाजिक योगदान अनमोल है। उनकी कविताओं ने प्रेम, वेदना और समाज की सच्चाई को मार्मिक तरीके से प्रस्तुत किया। यह निर्णय न केवल उनकी स्मृति को सम्मान देगा, बल्कि उनकी प्रेरणादायक कृतियों को भी नई पीढ़ी तक पहुंचाएगा। 


 

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