AMU में पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन : कोर्स की मान्यता नहीं होने पर विद्यार्थी नाराज, 24 घंटे बिना स्टाइपेंड के मेडिकल में कराते है इंटर्नशिप 

UPT | मांगों को लेकर पैरामेडिकल छात्रों ने किया प्रदर्शन

Aug 21, 2024 02:58

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पैरामेडिकल के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को बाबे सयैद गेट बंद कर प्रदर्शन किया। AMU के पैरामेडिकल कोर्स को मान्यता नहीं मिलने से छात्र-छात्राएं नाराज हैं।

Aligarh News  : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पैरामेडिकल के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को बाबे सयैद गेट बंद कर प्रदर्शन किया। AMU के पैरामेडिकल कोर्स को मान्यता नहीं मिलने से छात्र-छात्राएं नाराज हैं। वहीं , मेडिकल कॉलेज में छात्र-छात्राओं से इंटर्नशिप के नाम पर फीस वसूली जा रही है, जबकि 24 घंटे मेडिकल में ड्यूटी करने के बाद पैरामेडिकल छात्राओं को स्टाइपेंड दिया जाना चाहिए । नाराज छात्र-छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर बाबे सैयद गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है।

AMU में पैरामेडिकल कोर्स रिकॉग्नाइज नहीं
पैरामेडिकल की द्वितीय वर्ष की छात्रा शाहीन अफरोज ने बताया कि हमारी कुछ मांगे हैं, जिसे पूरी करवानी है। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी हम नहीं हटेंगे। शाहील अफरोज ने कहा कि हमारी पेड इंटर्नशिप होनी चाहिए, क्योंकि हम मेडिकल में काम करते हैं और यह हमारे लिए बहुत जरूरी है। शाहीन अफरोज ने बताया कि हमारा पैरामेडिकल कोर्स रिकॉग्नाइज नहीं है, जिसके चलते सरकारी नौकरी नहीं कर पाएंगे। हमें अपने कोर्स की मान्यता करानी है।

मान्यता का मुद्दा टाल दिया जाता है 
एएमयू के पैरामेडिकल कोर्स में करीब 600 स्टूडेंट अध्ययन कर रहे हैं। पहले भी कोर्स की मान्यता को लेकर मुद्दा उठाया था, लेकिन AMU प्रशासन ने मान्यता के लिए फाइल प्रोसेस में है , कहकर छात्रों के आक्रोश को शांत किया गया था। छात्र सोहेल हनीफ ने बताया कि कोर्स की मान्यता को लेकर प्रिंसिपल और रजिस्टर से बात कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा है। हर साल मुद्दा टाल दिया जाता है।

मेडिकल कॉलेज में अनपेड स्टाइपेंड पर कराया जाता है काम  
छात्रा इवा चौधरी ने बताया कि पैरामेडिकल रोजगार के लिए बेहतर कोर्स है, लेकिन यह कहीं से रिकॉग्नाइज नहीं हुआ है। वहीं, मेडिकल कॉलेज में अनपेड स्टाइपेंड पर काम करवाया जाता है। छात्रा लाइबा ने कहा कि जब हमारा कोर्स कहीं से रिकॉग्नाइज नहीं है तो आगे हमें जाब मिलने में परेशानी होगी। हमसे 24 घंटे मेडिकल में ड्यूटी कराया जा रहा है, लेकिन स्टाइपेंड नहीं दिया जा रहा है। 

निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इंटर्नशिप करने वालों को मिलेगी स्टाइपेंड
वहीं, छात्र-छात्राओं से बात करने के लिए एएमयू रजिस्टर पहुंचे थे, लेकिन छात्रों को संतुष्ट नहीं कर पायें। पैरामेडिकल के चौथे साल के छात्र फजल खान ने बताया कि चौथा साल कोर्स को है, लेकिन रिकॉग्नाइज नहीं हुआ है। प्रिंसिपल और रजिस्ट्रार कहते हैं कि मान्यता की प्रक्रिया  चल रही है। वहीं, मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप के नाम पर फीस ली जाती है। फजल ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि इंटर्नशिप करने वाले छात्रों को स्टाइपेंड मिलनी चाहिए, लेकिन यहां स्टाइपेंड नहीं दिया जा रहा है। पिछले 2 महीने से इस मुद्दे को उठा रहे हैं, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा। 

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