बिजलीकर्मियों की लापरवाही कहें या उपभोक्ताओं को जागरूक करने में चूक। सरकार की एकमुश्त समाधान योजना (OTS) में दूसरे चरण में सोहावल फीडर से महज 455 विद्युत उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। करीब 50 लाख का राजस्व...
Jan 13, 2025 14:01
बिजलीकर्मियों की लापरवाही कहें या उपभोक्ताओं को जागरूक करने में चूक। सरकार की एकमुश्त समाधान योजना (OTS) में दूसरे चरण में सोहावल फीडर से महज 455 विद्युत उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। करीब 50 लाख का राजस्व...
Ayodhya News : बिजलीकर्मियों की लापरवाही कहें या उपभोक्ताओं को जागरूक करने में चूक। सरकार की एकमुश्त समाधान योजना (OTS) में दूसरे चरण में सोहावल फीडर से महज 455 विद्युत उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। करीब 50 लाख का राजस्व दूसरे चरण में विभाग को प्राप्त हुआ है। हालांकि सैकड़ों उपभोक्ताओं ने बिल संशोधन के चक्कर में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया। सभी विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। योजना के दायरे में 3 लाख 12 हजार से अधिक उपभोक्ता हैं। कुल 338 करोड़ 75 लाख रुपये का बकाया है। ये ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर पांच हजार रुपये से अधिक का बिजली का बिल बकाया है। इन्हीं उपभोक्ताओं को योजना के तहत बिल पर लगने वाले ब्याज में छूट मिल सकेगी।
रजिस्ट्रेशन से छूट का लाभ लेने की अपील
सोहावल के उपखण्ड अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि कैम्प आयोजित कर पहले भी उपभोक्ताओं को बताया जा चुका है कि रजिस्ट्रेशन कराकर सरकार की इस छूट का लाभ लें। विभाग के कर्मचारी जिस क्षेत्र में रहते हैं, वहां के सभी पात्र विद्युत उपभोक्ताओं को फेस-टू-फेस भी योजना की जानकारी दे रहे हैं। फिर भी ऐसे करीब 2300 उपभोक्ता हैं, जो दूसरे चरण में भी नहीं पहुंच रहे हैं। विभाग उन पर योजना की समाप्ति के बाद कनेक्शन विच्छेदन की कार्रवाई करेगा। बताया कि 31 जनवरी तक ओटीएस योजना चल रही है। एसडीओ स्वीकार करते हैं कि उपभोक्ताओं में बकाये बिल के भुगतान को लेकर दूसरे चरण में कोई उत्साह नहीं दिख रहा है। दूसरे चरण में महज 455 ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें 50 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। अभी दूसरा चरण 15 जनवरी को खत्म हो रहा है। 70 प्रतिशत बिल के ब्याज में छूट है। तीसरे चरण की समाप्ति 31 जनवरी को होगी।
विभाग के जिम्मेदारों पर मढ़े आरोप
सोहावल उपखण्ड पर बिल संसोधन कराने आए राजेश, मणिराम, मो. आरिफ, शिवपता का कहना था कि बिजली विभाग वाले सिर्फ कनेक्शन काटने की धमकी देते हैं। बिल में गड़बड़ी, समय पर बिल न पहुंचने या बहुत कुछ घर से झूठा मीटर रीडिंग बनाने के चलते संशोधन के लिए चक्कर लगा रहे हैं। यदि समय से विभाग के लोग पहुंच जाएं तो बिल दिया जा सकता है। बिल जमा करने पहुंचे अखिलेश ने बताया कि पिछली बार 30 हजार रुपये जमाकर अपडेट करा लिया था। इस बार करीब 3600 का बिल हमारे मोबाइल पर आया है। 1194 रुपये छूट के साथ प्रथम चरण में जमा किया। लेकिन, मेरे यहां बिजली खपत के हिसाब से बिल ज्यादा आ रहा है। मुझे मीटर पर तेज गति से चलने का शक है। वही शिकायत लेकर आए हैं। ठीक होने पर हर माह भुगतान करा दिया करेंगे।
बकायेदारों का मीटर जब्त होगा
अधीक्षण अभियंता राम कुमार ने बताया कि बिजली उपभोक्ताओं को अपना बकाया जमा करने के लिए ओटीएस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन कराकर बकाया जमा कर छूट का लाभ लेने की अपील की गई है। योजना का द्वितीय चरण एक से 15 जनवरी तक और तृतीय व अंतिम चरण 16 से 31 जनवरी तक है। इस अवधि में ओटीएस में पंजीकरण कराते हुए छूट का लाभ ले सकते हैं। लेकिन, जिन उपभोक्ताओं द्वारा 31 जनवरी तक ओटीएस में पंजीकरण कराकर अपना बकाया नहीं जमा किया जाता है तो उनका कनेक्शन काट दिया जाएगा। साथ ही उनका मीटर और केबल जब्त कर ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 31 जनवरी के बाद जिनका बकाया रह जाएगा, उनका तार काटा जाएगा और जरूरत पड़ी तो ट्रांसफार्मर भी हटा दिया जाएगा। इसके अलावा जिस गांव में 90 प्रतिशत तक बकायेदार होंगे, उस गांव का ट्रांसफार्मर खोलकर हटा दिया जाएगा।
खराब प्रदर्शन पर हुई है कार्रवाई
अधीक्षण अभियंता ने योजना के प्रथम चरण 16 से 31 दिसम्बर में ही विभागीय जिम्मेदारों पर खराब प्रदर्शन के चलते कार्रवाई भी की है। जिसमें अधिशासी अभियंता, उपखण्ड अधिकारियों सहित तीन अवर अभियंता भी शामिल हैं। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि एकमुश्त समाधान योजना में सबसे खराब प्रदर्शन कुमारगंज विद्युत वितरण खण्ड का रहा है। कुमारगंज में लक्ष्य का मात्र छह प्रतिशत ही पंजीकरण ओटीएस में हुआ है। इसके अलावा मिल्कीपुर खण्ड का भी प्रदर्शन खराब पाया गया है। उन्होंने बताया कि खराब प्रदर्शन के कारण अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड कुमारगंज और मिल्कीपुर से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।