Ayodhya News : अयोध्या में रामपथ धंसने के मामले में जल निगम के तीन अधिकारी निलंबित

UPT | योगी आदित्यनाथ

Jun 29, 2024 14:29

अयोध्या में पहली बारिश में ही रामपथ धंसने पर योगी सरकार ने ऐक्शन लिया है। PWD के बाद जल निगम के 3 इंजीनियर सस्पेंड कर दिए गए हैं। अब तक कुल  6 अफसरों पर सरकार ने ऐक्शन लिया है...

Short Highlights
  • रामपथ धंसने पर योगी सरकार का एक्शन
  • जल निगम के 3 अधिकारी निलंबित
Ayodhya News : अयोध्या में रामपथ निर्माण के दौरान लापरवाही पहली बारिश में ही सामने आ गई थी। रामपथ और उससे लगे क्षेत्रों में इतना भीषण जलभराव हुआ कि पथ कई स्थानों पर धंस गया। अयोध्या में रामपथ धंसने के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने जल निगम के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इससे एक दिन पहले लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियर सस्पेंड कर दिए गए थे।

इन लोगों पर हुई कार्रवाई
अयोध्या में पहली बारिश में ही रामपथ धंसने पर योगी सरकार ने 8 घंटे में जल निगम के 3 इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया। जिन अफसरों को प्रदेश शासन ने निलंबित किया है, उनमें लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ध्रुव अग्रवाल, सहायक अभियंता अनुज देशवाल और जूनियर इंजीनियर प्रभात पांडे और उत्तर प्रदेश जल निगम के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर आनंद कुमार दुबे, सहायक अभियंता राजेंद्र कुमार यादव और जूनियर इंजीनियर मोहम्मद शाहिद शामिल हैं। 

13 जगह धंसी सड़क
अयोध्या में 4 दिन पहले तेज बारिश होने से रामपथ पर 13 जगह सड़क धंस गई थी।  जिसके कारण 8 फीट तक गहरे गड्ढे बन गए और कई घंटों तक ट्रैफिक जाम लगा रहा था। बारिश रुकने के बाद, लोक निर्माण विभाग के अफसरों ने त्वरित कार्रवाई कर गड्ढों को भरकर लीपा-पोती कर दी थी। मामला सामने आया तो देशभर में रामपथ के धंसने की चर्चा होने लगी, और इसकी दोबारा बनाने की कुल लागत की आपूर्ति बताई गई।

PWD के 3 अफसर सस्पेंड
  • ध्रुव अग्रवाल (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) : इन्हें प्रोजेक्ट हेड बनाया गया। काम पर नजर रखना और विभागीय टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश देना काम था। बजट रिलीज करने की जिम्मेदारी भी थी।
  • अनुज देशवाल (असिस्टेंट इंजीनियर) : टेक्निकल निरीक्षण कर दिशा-निर्देश देना काम था। सड़क निर्माण में इस्तेमाल मटेरियल की जांच करना भी इनका काम था।
  • प्रभात पांडेय (जूनियर इंजीनियर) : काम का रोजाना निरीक्षण कर उन्हें जरूरी निर्देश देना काम था। साथ ही काम पूरा होने पर संस्तुति रिपोर्ट लगाना होता था।

जल निगम के 3 अफसर सस्पेंड
  • आनंद कुमार दुबे (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) : इनका काम सीवर और ड्रेनेज की निगरानी करना। नई पाइप लाइन का निरीक्षण करना।
  • राजेंद्र कुमार यादव (असिस्टेंट इंजीनियर) : ग्राउंड लेबल पर काम को देखना। काम करने वाली कंपनी को दिशा-निर्देश देना।
  • मोहम्मद शाहिद (जूनियर इंजीनियर) : रोजाना काम का निरीक्षण करना। टेक्निकल पाइंट को ध्यान में रखते हुए बारीकी से जांच करना।

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