Bareilly News : डेयरी कॉलेज में एबीवीपी का विरोध-प्रदर्शन, चीफ प्रॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप

UPT | प्रदर्शन करते छात्र

Sep 13, 2024 01:28

बरेली में स्थित बरेली कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगो को लेकर हंगामा किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने चीफ प्रॉक्टर की कुर्सी पर लापता का नोटिस भी चस्पा कर दिया।

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित डेयरी कॉलेज में गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों ने चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। एबीवीपी के सदस्यों ने कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए और चीफ प्रॉक्टर की कुर्सी पर 'लापता' का नोटिस चिपका दिया। उनका आरोप था कि चीफ प्रॉक्टर समय पर नहीं आते हैं, जिससे छात्रों की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं। 

बाहरी छात्रों की मौजूदगी से सुरक्षा पर सवाल
एबीवीपी के छात्र नेता श्रेयांश पाठक ने बताया कि कॉलेज परिसर में बाहरी छात्रों की लगातार बढ़ती संख्या से छात्राओं की सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने कहा कि इस मामले को कई बार कॉलेज प्रशासन के सामने उठाया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। छात्रों ने मांग की कि बाहरी लोगों की आवाजाही को तुरंत रोका जाए ताकि छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बताया कि इन बाहरी छात्रों की उपस्थिति से कॉलेज में असुरक्षा का माहौल बन रहा है, जिससे छात्र-छात्राएं चिंतित हैं।



पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य समस्याएं
विरोध करने वाले छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि कॉलेज में पानी की आपूर्ति की स्थिति बेहद खराब है। अवनी यादव नाम की एक छात्रा ने बताया कि कॉलेज के पानी से कई छात्रों की तबीयत खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि कॉलेज में साफ पानी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे छात्रों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। इसके अलावा, कॉलेज परिसर के मल्टीपरपस हॉल में चोरी की घटनाओं से भी छात्र परेशान हैं, जिससे कॉलेज की प्रतिष्ठा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

बुनियादी सुविधाओं की कमी पर विरोध
छात्रों ने बीकॉम विभाग में खराब बेंचों को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि कॉलेज में नियमित कक्षाएं नहीं हो रही हैं और शिक्षकों द्वारा कोचिंग क्लासेज भी नहीं दी जा रही हैं। इससे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। इसके साथ ही, कॉलेज मैदान में उगी घास और बारिश के मौसम में वहां मौजूद सांपों के कारण छात्रों को खतरा है। उन्होंने बताया कि कॉलेज में मेडिकल सुविधा का भी अभाव है, जिससे छात्रों की सेहत पर और ज्यादा जोखिम मंडरा रहा है।

सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी
छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर पांच दिनों के भीतर सुधार करने की अंतिम चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि कॉलेज प्रशासन ने उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया और समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। कॉलेज के मुख्य प्रोफेसर आलोक खरे ने कहा कि छात्रों की समस्याओं को लेकर विचार किया जाएगा और जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों की मांगों पर ध्यान दिया जा रहा है और कॉलेज प्रशासन जल्द ही आवश्यक कदम उठाएगा।

छात्रों की नाराजगी
छात्रों का कहना है कि वे लंबे समय से इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं और अब उनकी सहनशक्ति समाप्त हो गई है। यदि कॉलेज प्रशासन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।

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