उर्स-ए-रजवी के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को दरगाह आला हजरत और दरगाह ताजुशारिया पर दुनिया भर से आए अकीदतमंदों ने चादरपोशी कर मुल्क (देश) के अमन और तरक्की को दुआएं की। इसके साथ ही काजी-ए-हिन्दुस्तान मुफ्ती असजद रजा खां से हजारों की संख्या में जायरीन मुरीद हुए।