फर्जी डॉक्टर को ढूंढ रही अयोध्या पुलिस : नकली हृदय रोग विशेषज्ञ ने किया हजारों का इलाज, दस साल पहले भी हुई गिरफ्तारी

UPT | डॉ. विनोद सिंह

Sep 13, 2024 20:54

अयोध्या के स्वास्थ्य विभाग में एक गंभीर मामला सामने आया है। जिसमें डॉ. विनोद सिंह पर आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जिला अस्पताल में नौकरी प्राप्त की थी। इस मामले के उजागर होने के बाद डॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया...

Basti News : अयोध्या के स्वास्थ्य विभाग में एक गंभीर मामला सामने आया है। जिसमें डॉ. विनोद सिंह पर आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जिला अस्पताल में नौकरी प्राप्त की थी। इस मामले के उजागर होने के बाद डॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया और फरार हो गया। संदिग्ध डिग्री के आधार पर उसे हृदय रोग विशेषज्ञ की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसके तहत उसने हजारों मरीजों का इलाज किया। इसे मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ माना जा रहा है। पुलिस अब डॉक्टर की तलाश में जुटी है।

इन धाराओं में मुकदमा दर्ज
डॉ. विनोद सिंह के खिलाफ 16 अगस्त को कोतवाली नगर में जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. उत्तम कुमार की शिकायत पर धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया। इस मामले में उत्तर प्रदेश शासन के चिकित्सा अनुभाग-3 के विशेष सचिव, शिव सहाय अवस्थी ने विनोद सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश जारी किया था। डॉ. विनोद सिंह ने 26 सितंबर 2023 को जिला अस्पताल में कार्यभार संभाला था।



केजीएमयू ने किया खुलासा
मानव सम्पदा पोर्टल पर जानकारी अपलोड करते समय डॉ. विनोद सिंह ने 29 अप्रैल को अपनी डिग्री प्रस्तुत की थी। डिग्री संदिग्ध लगने पर, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने उसकी जांच के लिए भेज दी। इसी दौरान, डॉ. विनोद सिंह ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने सूचित किया कि डॉ. विनोद सिंह की एमडी की डिग्री उनके संस्थान द्वारा जारी नहीं की गई थी।

बस्ती में बना था डॉ. गेंदा सिंह
डॉ. विनोद सिंह पर आरोप है कि उन्होंने बस्ती जिला अस्पताल में डॉ. गेंदा सिंह के नाम पर नौकरी की। 2012-13 में, उन्होंने बस्ती जिला अस्पताल में एमडी मेडिसिन की डिग्री के आधार पर कार्य किया। जब बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने डिग्री की जांच की, तो यह फर्जी पाई गई।

2013 को किया था गिरफ्तार
इसके बाद, बस्ती जिला अस्पताल के तत्कालीन प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पीके सिंह की शिकायत पर, पुलिस ने 12 मई 2013 को डॉ. विनोद सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि, दस साल बाद वह फिर चर्चा में आ गए। जिला अस्पताल अयोध्या में डॉक्टरों की कमी के चलते, शासन से पत्राचार के बाद, लगभग चार महीने पहले डॉ. गेंदा सिंह ने कार्डियोलॉजिस्ट पद पर डॉ. विनोद सिंह के नाम से तैनाती प्राप्त कर ली।

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