सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से संकट : नदी में समाया मकान, नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ के हालात, ग्रामीणों ने किया पलायन

UPT | नदी में समाया मकान।

Sep 16, 2024 00:42

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगातार जलस्तर में वृद्धि के साथ-साथ कटान का खतरा भी बढ़ गया है।

Basti News : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है, जिससे नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगातार जलस्तर में वृद्धि के साथ-साथ कटान का खतरा भी बढ़ गया है, जिससे ग्रामीणों के घर और खेत नदी की धारा में समा रहे हैं। सातवीं बार जलस्तर बढ़ने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में दहशत का माहौल है।

रविवार को अचानक सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा और कटान की तीव्रता ने बाढ़ प्रभावित गांव बैडारी एहतमाली के मदरहवा पुरवा के निवासियों को भारी संकट में डाल दिया। ग्रामीण राज बिहारी का पक्का मकान नदी की धारा में बह गया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। कई अन्य घर भी कटान के कगार पर पहुंच गए हैं, जिससे लोग अपना सामान लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे हैं।

ग्रामीणों का पलायन और मकानों का विध्वंस
ग्रामीण अब अपनी गृहस्थी का सामान निकालकर रिश्तेदारों के यहां और सुरक्षित स्थलों पर शरण ले रहे हैं। कई लोग अपने मकानों को स्वयं तोड़कर अपना बचाव कर रहे हैं, क्योंकि कटान से उनका घर कभी भी ढह सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि स्थिति बेहद भयावह हो चुकी है, और प्रशासन से अभी तक कोई खास मदद नहीं मिली है।

प्रशासन की मदद का इंतजार
पुष्पा देवी, राम रतन की पत्नी, ने बताया कि उन्होंने घर का सारा सामान अपने मायके गोरखपुर भेज दिया है। वहीं, राम अवध ने अपने सामान को बहन के घर सुरक्षित भिजवा दिया है। कई अन्य लोग, जैसे भगवान दास, तेरस, राम भवन, और बंसीलाल ने भी कटान के डर से अपने घर खाली कर दिए हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है, जिससे उनका संकट और गहरा हो रहा है। लोग जल्द से जल्द राहत और पुनर्वास की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उनका नुकसान कम हो सके और वे सुरक्षित रह सकें। 

Also Read