बस्ती महिला अस्पताल में फर्जी डॉक्टर का खुलासा : बीजेपी नेता ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

UPT | रिंकू दुबे ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

Dec 25, 2024 16:50

बस्ती जिले के महिला चिकित्सालय में फर्जी डॉक्टर के तैनाती का मामला सामने आया है। बीजेपी नेता रिंकू दुबे ने जिला महिला चिकित्सालय में तैनात डॉ. आशुतोष शर्मा की कथित फर्जी डिग्री के आधार पर नियुक्ति का मामला उठाया है...

Basti News : बस्ती जिले के महिला चिकित्सालय में फर्जी डॉक्टर के तैनाती का मामला सामने आया है। बीजेपी नेता रिंकू दुबे ने जिला महिला चिकित्सालय में तैनात डॉ. आशुतोष शर्मा की कथित फर्जी डिग्री के आधार पर नियुक्ति का मामला उठाया है। उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर डॉक्टर शर्मा की डिग्री की जांच कराए जाने की मांग की और उनकी तैनाती को दूरस्थ स्थान पर स्थानांतरित करने की अपील की।

धोखे से मिली तैनाती
भाजपा नेता रिंकू दुबे ने बताया कि डॉ. आशुतोष शर्मा ने ऑनलाइन मानव सम्पदा पोर्टल पर अपनी एमडी रेडियोडायग्नोसिस डिग्री को प्रदर्शित कर धोखे से रेडियोलॉजिस्ट के पद पर नियुक्ति प्राप्त की थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. शर्मा ने अधीक्षक डॉ. अजय कुमार वर्मा से सांठगांठ करके अल्ट्रासाउंड मशीन के सापेक्ष पीसीपीएनडीटी रजिस्ट्रेशन करवा लिया, जबकि उनके पास कोई वैध डिग्री नहीं है।

फर्जी डिग्री पर पर्दा डालने का आरोप
रिंकू दुबे ने आगे कहा कि मामले की जांच के दौरान यह सामने आया कि डॉ. शर्मा ने अपनी डिग्री और योग्यता की जानकारी ऑनलाइन प्रदर्शित की थी, लेकिन अब जब मामला खुलने का खतरा महसूस हुआ, तो उन्होंने डाटा में बदलाव कर लिया। नए डाटा के अनुसार, उन्होंने "ग्लोबल मुक्त विश्वविद्यालय नागालैंड" से पत्राचार कोर्स किया, लेकिन इस विश्वविद्यालय से ऐसा कोई कोर्स नहीं कराया जाता। इसके अलावा इस तरह के पत्राचार कोर्स की न तो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और न ही पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत मान्यता है।



कड़ी कार्रवाई की मांग
भाजपा नेता ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि डॉ. शर्मा के खिलाफ जल्द से जल्द जांच कराई जाए और उन्हें अन्य विभाग से पारदर्शी तरीके से जांच के लिए भेजा जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने इस मामले में उन्हें संरक्षण दिया उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

अल्ट्रासाउंड मशीन के मामले में भेदभाव का आरोप
रिंकू दुबे ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. विमल कुमार द्विवेदी, जोकि शासन से चयनित और प्रशिक्षित डॉक्टर हैं, उनके पास अल्ट्रासाउंड मशीन का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जा रहा है, जबकि उन्हें भी महिला चिकित्सालय में तैनाती मिली हुई है। उन्होंने मांग की कि डॉ. आशुतोष शर्मा का स्थानांतरण दूरस्थ स्थान पर किया जाए, ताकि जांच पर कोई असर न पड़े और सच्चाई सामने आ सके।

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