महर्षि वाल्मीकि जयंती पर भव्य समारोह की योजना तैयार की : सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की होगी प्रस्तुति

UPT | महर्षि वाल्मीकि

Oct 17, 2024 00:20

महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर 17 अक्टूबर को चित्रकूट के प्रसिद्ध वाल्मीकि आश्रम लाला लपुर में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।

Chitrakoot News : धर्मनगरी चित्रकूट जहां प्रभु श्रीराम ने वनवास के समय तपस्या की थी अब महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर एक भव्य आयोजन की तैयारियों में व्यस्त है, 17 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि की जयंती के उपलक्ष्य में चित्रकूट के प्रसिद्ध वाल्मीकि आश्रम लाला लपुर में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस आयोजन में विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।


महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर विशेष आयोजन
महर्षि वाल्मीकि की जयंती के इस आयोजन की शुरुआत सुबह के समय होगी। कार्यक्रम की मुख्य विशेषता वाल्मीकि रामायण का संगीतमय पाठ होगा, जिसे मंडली द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। इस संगीतमय पाठ के माध्यम से महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण की कथा को श्रद्धालुओं के सामने प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे उन्हें भगवान राम के जीवन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी मिल सके। इसके पश्चात, आश्रम में स्थापित महर्षि वाल्मीकि की प्राचीन और नई प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा।

इस आयोजन में वृक्षारोपण कार्यक्रम भी शामिल है, जिसके तहत आश्रम परिसर में विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे। वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया जाएगा। इसके साथ ही, विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की भी व्यवस्था की गई है, जिसमें लवकुश प्रसंग और रामलीला के दृश्य प्रमुख आकर्षण होंगे। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से महर्षि वाल्मीकि की शिक्षाओं और भगवान राम के आदर्श जीवन को दर्शाया जाएगा।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
चित्रकूट के पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने इस आयोजन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि वाल्मीकि जयंती के इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि वे बिना किसी कठिनाई के इस आयोजन का आनंद उठा सकें।

श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षित पार्किंग, पेयजल, और प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त, भीड़ प्रबंधन के लिए सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पर्यटन अधिकारी ने यह भी बताया कि कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा पारंपरिक संगीत और नृत्य की प्रस्तुतियां भी होंगी, जो आयोजन में धार्मिकता के साथ सांस्कृतिक रंग भरेंगी।

श्रद्धालुओं में उत्साह, आयोजन से बढ़ेगा पर्यटन
महर्षि वाल्मीकि जयंती के इस आयोजन से न केवल धार्मिक माहौल का निर्माण होगा, बल्कि चित्रकूट की पर्यटन क्षमता को भी बढ़ावा मिलेगा। यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेंगे, बल्कि चित्रकूट की सुंदरता और इसकी ऐतिहासिक धरोहर का भी अनुभव करेंगे। इस प्रकार, यह आयोजन चित्रकूट की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सामने लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित होगा।

जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग की इस पहल से न केवल स्थानीय समुदाय बल्कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को महर्षि वाल्मीकि के जीवन और उनके योगदान के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इस भव्य आयोजन से चित्रकूट में धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का विस्तार होगा, जो क्षेत्र के विकास और पर्यटन को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा।

चित्रकूट में इस तरह के आयोजनों से न केवल धार्मिकता का संदेश फैलता है, बल्कि सामुदायिक एकता और संस्कृति को भी मजबूती मिलती है। महर्षि वाल्मीकि जयंती का यह आयोजन आने वाले वर्षों में चित्रकूट की पहचान को और भी मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है। 

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