गोंडा में भेड़िया का आतंक : मासूम को निवाला बनाने के लिए किया हमला, ग्रामीणों की सूझबूझ से बची जान

UPT | भेड़िये के हमले में बच्चा घायल

Sep 15, 2024 21:56

तरबगंज के पथार रंगधार पुरवा में एक 9 साल के मासूम को निवाला बनाने के लिए भेड़िया ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने भेड़िया पर लाठी डंडे से हमला कर बच्चे की जान बचाई। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस व वन विभाग की टीम जांच पड़ताल में जुट गई है।

Gonda News : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के तरबगंज क्षेत्र में एक भेड़िया गांव में घुस आया और एक बच्चे पर हमला कर दिया। पथार रंगधार पुरवा गांव में एक नौ वर्षीय मासूम बच्चे पर भेड़िये ने जानलेवा हमला कर दिया, जिसे ग्रामीणों की तत्परता और साहस के कारण विफल कर दिया गया।  

खूंखार भेड़िया ने बच्चे को घसीटने की कोशिश की
शुक्रवार की रात लगभग आठ बजे,सुंदरम (9 वर्ष) पुत्र स्व.किशन कुमार, अपने घर के बाहर निकला। अचानक, वहां छिपकर बैठा एक भेड़िया बच्चे पर टूट पड़ा। हमले की भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि खूंखार भेड़िया बच्चे को घसीटते हुए ले जा रहा था। सुंदरम की चीख-पुकार उसका सौतेला पिता भल्लर और पड़ोस का समीउल्ला तत्काल मदद के लिए दौड़ पड़े। भल्लर और समीउल्ला ने अपनी जान की परवाह किए बिना, लाठी-डंडों से हिंसक भेड़िये पर हमला बोल दिया। उनकी बहादुरी और तत्परता से सुंदरम की जान बच सकी। शोर सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हुए।

बच्चे के सिर और हाथों पर गंभीर चोटें आईं
हमले में सुंदरम के सिर और हाथों पर गंभीर चोटें आईं। उसे तत्काल उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तरबगंज ले जाया गया। चिकित्सकों ने बच्चे की स्थिति को स्थिर बताया है, लेकिन उसके पूर्ण स्वास्थ्य लाभ में कुछ समय लग सकता है। इस घटना ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय निवासी अब रात में अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। कई परिवार रात भर जागकर अपने घरों और पशुओं की रखवाली कर रहे हैं। 

पास के गांव के युवक पर भी हमला
इस घटना से कुछ घंटे पहले, पास के गांव खजुरी टेपरा में भी एक समान घटना घटी थी। 16 वर्षीय रिजवान, जो मजदूरी करके घर लौट रहा था, पर भी एक अज्ञात जानवर ने हमला किया था। हालांकि, रिजवान शोर मचाकर बच निकलने में सफल रहा। 

ग्रामीणों को सजग रहने का सुझाव
स्थानीय वन विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। रेंजर ज्योतिर्मय शुक्ला ने बताया कि विभाग के कर्मचारियों को सतर्क कर दिया गया है और उन्हें हमलावर जानवर के पगचिन्हों की जांच करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने ग्रामीणों को सावधान रहने की सलाह दी है और कहा है कि रात में बाहर निकलते समय लोग लाठी-डंडे और टॉर्च साथ रखें तथा अकेले न जाएं।

Also Read