Gorakhpur News : फर्जी पुलिस वाला लुटेरा निकला HIV positive, जेल में मचा हड़कंप

UPT | फर्जी पुलिस लुटेरा निकला एड्स रोगी

Jun 26, 2024 16:27

गोरखपुर के कुसम्ही जंगल में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर चेकिंग के नाम पर युवतियों से दुष्कर्म करने का आरोपी हिस्ट्रीशीटर एचआईवी संक्रमित हो गया है। जेल में रूटीन जांच की रिपोर्ट आने के बाद उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।

Short Highlights
  • हिस्ट्रीशीटर अपने दोस्तों के साथ मिलकर जंगल में घूमने आने वाले जोड़ों से छेड़छाड़ और दुष्कर्म करता था
  • फर्जी पुलिस से बरामद डायरी में हजारों महिलाओं के नाम लिखे हैं, जिन्हें उसने अपना शिकार बनाया
  • आरोपी रेप और रंगदारी की बकायदा डायरी मेंटेन करता था
Gorakhpur News : 21 जून 2024 को गोरखपुर के एम्स थाना अंतर्गत फर्जी पुलिसकर्मियों को एम्स पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल में रूटीन जांच की रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया, क्योंकि इनमें से एक HIV संक्रमित पाया गया। इसके बाद उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। जरूरी एहतियात के साथ उस पर निगरानी रखी जा रही है, साथ ही उससे मिलने वालों पर भी सख्ती की गई है। यह आरोपी रेप और रंगदारी की बकायदा डायरी मेंटेन करता था। पुलिस सूत्रों की मानें तो फर्जी पुलिस से बरामद डायरी में हजारों महिलाओं के नाम लिखे हैं, जिन्हें उसने अपना शिकार बनाया है।

प्रेमी जोड़ों को करता था परेशान 
हिस्ट्रीशीटर अपने दोस्तों के साथ मिलकर जंगल में घूमने आने वाले जोड़ों से छेड़छाड़ और दुष्कर्म करता था। इसके साथ ही उन्हें ब्लैकमेल कर नियमित रूप से पैसे ऐंठता था। तीन साल पहले दुष्कर्म के एक मामले में वह जेल गया था। इसके बाद पुलिस की सख्ती के चलते कुसम्ही जंगल में इस तरह की घटनाएं नहीं हो रही थीं। इधर, पुलिस पिकेट हटते ही गुरुवार को आरोपियों ने कुशीनगर जिले के हाटा क्षेत्र से एक युवक के साथ आई महिला से बदसलूकी की और उसके साथ लूटपाट भी की। उस समय आरोपियों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर महिला को डराया और वारदात को अंजाम दिया। बाद में जानकारी होने पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

तबीयत खराब होने पर कराई जांच
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को जेल जाने के बाद खोराबार थाना क्षेत्र के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर की तबीयत खराब होने लगी। जानकारी होने पर जेल प्रशासन ने उसकी जांच कराई। रविवार को आई जांच रिपोर्ट में उसके एचआईवी संक्रमित होने की पुष्टि हुई। सूचना मिलने पर जेल प्रशासन ने आरोपी को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा है।

डॉक्टरों की निगरानी में रखा
जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय ने बताया कि फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लोगों से लूटपाट करने के आरोप में एम्स पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा था। उसकी मेडिकल जांच के बाद पता चला कि वह पहले से ही एड्स का मरीज है। इसके लिए उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया और उसकी जांच के बाद उसे दवाएं उपलब्ध कराई गईं। अब तक जिला कारागार में एड्स से पीड़ित बंदियों की संख्या 36 हो गई है, जिन्हें समय-समय पर उचित चिकित्सकीय सलाह पर दवाएं दी जाती हैं।

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