उपराष्ट्रपति ने किया पूर्वांचल के पहले सैनिक स्कूल का उद्घाटन : पढ़िए CM Yogi की तारीफ में क्या बोले धनखड़

UPT | सैनिक स्कूल का उद्घाटन करते उपराष्ट्रपति

Sep 07, 2024 16:58

देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्वांचल के पहले सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीयता हमारी पहचान है और हमारा देश हमारा धर्म है...

Gorakhpur News : देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्वांचल के पहले सैनिक स्कूल का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीयता हमारी पहचान है और हमारा देश हमारा धर्म है। हमें अपने व्यक्तिगत लाभ से ज्यादा देश की भलाई को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस दौरान सीएम ने उपराष्ट्रपति को अंगवस्त्र और टेराकोटा की भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट कर उनका स्वागत किया। वहीं माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने उपराष्ट्रपति की पत्नी, डॉ. सुदेश धनखड़ को भी टेराकोटा की भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट की।

उपराष्ट्रपति ने की सीएम योगी की तारीफ
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उत्तर प्रदेश को एक आदर्श प्रदेश मानते हुए, 2017 के बाद हुए सकारात्मक बदलावों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक पहचान में उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान है। धनखड़ ने 2047 तक 'विकसित भारत' की दिशा में चल रहे अभियान में सभी से सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर व्यक्ति को इस प्रयास में योगदान देना चाहिए, क्योंकि देश के लिए हमारे प्रयास कभी भी पर्याप्त नहीं हो सकते।
  उपराष्ट्रपति की पत्नी रहीं मौजूद
सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति की पत्नी, डॉ. सुदेश धनखड़ भी मौजूद थीं। उपराष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुए बदलावों का उल्लेख करते हुए कहा कि 2017 के बाद राज्य में शिक्षा, चिकित्सा, उद्यमिता और अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं। इससे पहले, राज्य कानून-व्यवस्था के संकट में था और आम लोग परेशान थे। उपराष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कई पहलुओं में सराहना की, विशेषकर तीन साल में सैनिक स्कूल को पूरा करने के लिए।



देश का स्वर्णकोष काफी मजबूत
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज का भारत पिछले दस वर्षों के भारत से बहुत बदल चुका है और अब एक सशक्त भारत बन गया है। पहले देश का सोना स्विट्जरलैंड के बैंकों में गिरवी रखा जाता था, लेकिन अब देश का स्वर्णकोष काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में, जहां पहले कोई नहीं आता था, धारा 370 समाप्त होने के बाद दो-तीन वर्षों में दो करोड़ से अधिक पर्यटक आ चुके हैं। संविधान निर्माताओं ने धारा 370 को अस्थायी मानते हुए इसे लागू किया था, लेकिन कुछ लोग इसे स्थायी मान बैठे थे।

विद्यार्थियों को समझाते हुए बोले धनखड़
धनखड़ ने विद्यार्थियों को समझाते हुए कहा कि उन्हें असफलता से डरने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि असफलता ही सफलता की शुरुआत होती है। उन्होंने बताया कि डर को अपने मन से निकाल दें, क्योंकि डरने से आपकी प्रतिभा दब जाएगी। उन्होंने चंद्रयान 3 की अभूतपूर्व सफलता का श्रेय चंद्रयान 2 की आंशिक सफलता को दिया। शिक्षा के महत्व को बताते हुए, उन्होंने कहा कि शिक्षा ही बदलाव का साधन है और सामाजिक कुरीतियों का समाधान शिक्षा के माध्यम से ही संभव है।

उपराष्ट्रपति ने सीएम योगी के काम को सराहा
उपराष्ट्रपति ने बताया कि 1960 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. संपूर्णानंद ने देश का पहला सैनिक स्कूल स्थापित किया था। अब, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सोसाइटी के माध्यम से एक नया सैनिक स्कूल खोलकर सराहनीय कार्य किया है। कम समय में सैनिक स्कूल को पूरा करने और सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने के साथ, योगी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. संपूर्णानंद का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

सीएम योगी का निमंत्रण पर भावुक हुए धनखड़
 उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब देश के सबसे बड़े राज्य के सीएम ने उन्हें सैनिक स्कूल गोरखपुर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया, तो वह बहुत भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि हालांकि उनकी हर बात विशेष है, लेकिन सैनिक स्कूल के लिए भेजा गया निमंत्रण पत्र भी असाधारण था। सीएम योगी ने उन्हें एक पूर्व छात्र के रूप में आमंत्रित किया और उनकी जांच-पड़ताल इतनी गहन थी कि उनके करीबी संबंधियों ने भी इतनी नहीं की होगी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह में आकर वह बहुत भावुक और खुश महसूस कर रहे हैं, और उन्हें आज भी छह दशकों पहले के दिनों की याद ताजा हो रही है जब वह खुद सैनिक स्कूल के छात्र थे।

उपराष्ट्रपति ने जोड़ा गोरक्षभूमि का राजस्थान से रिश्ता
सैनिक स्कूल के उद्घाटन समारोह में जगदीप धनखड़ ने गोरक्षभूमि को ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और नाथ संप्रदाय की साधनास्थली मानते हुए इसे अपने गृह राज्य राजस्थान से जोड़ा। उन्होंने बताया कि वर्तमान गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के दादागुरु, महंत दिग्विजयनाथ महाराज राजस्थान के उदयपुर से थे और गीता प्रेस के हनुमान प्रसाद पोद्दार भी राजस्थान से संबंधित थे। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि योगी के गुरुदेव, महंत अवेद्यनाथ के साथ वह लोकसभा के सदस्य रहे और जब वह केंद्र में मंत्री बने, तो महंत अवेद्यनाथ का आशीर्वाद भी लिया था।

ये सभी रहे मौजूद
इस समारोह में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री कमलेश पासवान, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, सांसद रविकिशन शुक्ल, जिला पंचायत अध्यक्ष साधना सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्रपाल सिंह, श्रीराम चौहान, विपिन सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद समेत कई प्रमुख व्यक्ति मौजूद थे।

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