चरगांवा में कृषि विद्यालय का उद्घाटन : गोरखपुर में 9.88 करोड़ से बना प्रशासनिक भवन, 9.08 करोड़ रुपये से बनेगा छात्रावास

UPT | गोरखपुर के चरगांवा में स्थित राजकीय कृषि विद्यालय।

Dec 31, 2024 16:31

कृषि क्षेत्र की प्रगति और अन्नदाता किसानों के कल्याण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 जनवरी को गोरखपुर के चरगांवा में स्थित राजकीय कृषि विद्यालय के नवीनीकरण कार्य का उद्घाटन करेंगे, जिसमें प्रशासनिक भवन और किसान हॉस्टल शामिल होंगे।

Gorakhpur News : कृषि क्षेत्र की प्रगति और अन्नदाता किसानों के कल्याण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों में एक और अहम कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2 जनवरी को गोरखपुर के चरगांवा में स्थित राजकीय कृषि विद्यालय के नवीनीकरण कार्य का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर न केवल नवनिर्मित प्रशासनिक भवन का लोकार्पण होगा, बल्कि छात्रावास (किसान हॉस्टल) का भी उद्घाटन किया जाएगा। मुख्यमंत्री का यह कदम कृषि क्षेत्र में नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। 



नए भवन में 200 प्रशिक्षणार्थियों को मिलेगा प्रशिक्षण
राजकीय कृषि विद्यालय के नए प्रशासनिक भवन का निर्माण 9.88 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है, वहीं किसान हॉस्टल के निर्माण पर 9.08 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इन दोनों इमारतों का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 मार्च 2021 को किया था। यह नया भवन न केवल अपनी संरचना में शानदार है, बल्कि इसमें अधिकतम संख्या में प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। पहले के पुराने भवन में जहां मात्र 80 प्रशिक्षणार्थियों को ही प्रशिक्षण दिया जा सकता था, वहीं नए भवन में 200 प्रशिक्षणार्थियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे कृषि क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों की संख्या में वृद्धि होगी और राज्य के किसानों को बेहतर तकनीकी जानकारी प्राप्त होगी।

कृषि से जुड़ी नवीनतम जानकारियों से प्रशिक्षित होंगे किसान
मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीना के मुताबिक, इस नवीनीकरण के बाद अधिक संख्या में किसानों को अद्यतन कृषि तकनीकी से परिचित कराया जा सकेगा। कृषि विभाग के कर्मचारियों, प्रगतिशील किसानों और मास्टर ट्रेनरों को यहां खेती किसानी की नई तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि क्षेत्र के बदलावों के बारे में जानकारी देने के लिए यह विद्यालय एक अहम केंद्र बनेगा। न केवल स्थानीय किसानों के लिए, बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग यहां प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आएंगे।

राजकीय कृषि विद्यालय की स्थापना और इतिहास
राजकीय कृषि विद्यालय की स्थापना 1932 में हुई थी, जब यहां कृषि डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू की गई थी। हालांकि, 1984 में प्रदेश में कृषि स्नातकों की संख्या बढ़ जाने के कारण कृषि डिप्लोमा कोर्स बंद कर दिया गया। लेकिन इसके बाद से यह विद्यालय कृषि विभाग के कर्मचारियों और किसानों को कृषि से संबंधित अद्यतन जानकारी और तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए समर्पित हो गया। यह विद्यालय न केवल गोरखपुर जिले, बल्कि बस्ती, आजमगढ़, वाराणसी और विंध्याचल मंडल के कुल 17 जिलों के किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करता है।

आधुनिक सुविधाओं के साथ नवाचार और कृषि क्षेत्र में बदलाव
नवीनतम निर्माण कार्यों के चलते राजकीय कृषि विद्यालय अब एक आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित हो चुका है। नए प्रशासनिक भवन और छात्रावास में सभी सुविधाएं मौजूद हैं, जिससे प्रशिक्षुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। कृषि के क्षेत्र में लगातार हो रहे बदलाव और नई तकनीकों के कारण इस प्रकार के प्रशिक्षण केंद्रों की आवश्यकता और भी बढ़ गई है। इससे किसानों को न केवल नई कृषि पद्धतियों की जानकारी मिलेगी, बल्कि वे अपनी फसल उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए भी नई तकनीकों का इस्तेमाल कर सकेंगे।

कृषि क्षेत्र में राज्य सरकार के कदम
योगी सरकार के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार कृषि क्षेत्र को प्रगति के नए मुकाम तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस तरह के प्रशिक्षण केंद्रों का निर्माण और नवीनीकरण राज्य में कृषि तकनीक के बेहतर प्रचार-प्रसार में सहायक साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें कृषि निवेश योजनाएं, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, सिंचाई के बेहतर साधन और अधिक योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं के जरिए राज्य में कृषि उत्पादन बढ़ाने की दिशा में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

नव वर्ष में कृषि क्षेत्र के लिए यह एक बड़ा कदम
नव वर्ष की शुरुआत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम कृषि क्षेत्र के लिए एक बड़ा तोहफा है। नए साल में यह कदम किसानों के लिए न केवल राहत की बात है, बल्कि उन्हें अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए नए अवसर भी प्रदान करेगा। कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से उत्तर प्रदेश देश के कृषि विकास में अग्रणी बन सकता है। आखिरकार, गोरखपुर के चरगांवा स्थित राजकीय कृषि विद्यालय का नवीनीकरण न केवल एक भवन का निर्माण है, बल्कि यह प्रदेश की कृषि नीति को मजबूत करने और किसानों को बेहतर प्रशिक्षण देने की दिशा में एक अहम कदम है।  

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