भुलई भाई हैं भाजपा के सबसे पुराने कार्यकर्ता : 108 साल पहले यूपी के इस जिले में लिया था जन्म, विधायक बनने के बाद...

UPT | श्री नारायण उर्फ़ भुलई भाई

Sep 06, 2024 12:18

भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपने सदस्यता अभियान को देशभर में प्रारंभ किया है। इस अभियान के तहत पार्टी के प्रमुख नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ...

Kushinagar News : भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर अपने सदस्यता अभियान को देशभर में प्रारंभ किया है। इस अभियान के तहत पार्टी के प्रमुख नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोबारा से पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं। यह देखना आश्चर्यजनक हो सकता है कि इतने लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए नेताओं को पुनः सदस्यता क्यों लेनी पड़ रही है। इस प्रश्न का उत्तर हम आगे विस्तार से देंगे, लेकिन पहले जानते हैं भाजपा के सबसे पुराने सदस्य के बारे में।


भाजपा के सबसे पुराने सदस्य भुलई भाई
भारतीय जनता पार्टी के सबसे पुराने सदस्य श्री नारायण उर्फ भुलई भाई हैं। जिनकी उम्र इस समय 108 साल हो चुकी है। भुलई भाई ने भारतीय जनसंघ से 1974 में नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। उस समय नौरंगिया क्षेत्र देवरिया में था। लेकिन परिसीमन के बाद यह कुशीनगर में आ गया है। भारतीय जनता पार्टी का गठन होते ही भुलई भाई पार्टी के सक्रिय सदस्य बन गए थे।

दीनदयाल उपाध्याय ने अपने साथ खिलाया था खाना
भुलई भाई ने दीनदयाल उपाध्याय से प्रभावित होकर राजनीति में कदम रखा। एक बार दीनदयाल उपाध्याय ने भुलई भाई को अपनी थाली से खाना लेने के लिए कहा। भुलई भाई ने पहले हिचकिचाते हुए कहा, "यदि आपने मुझे अपना खाना दे दिया, तो आप खुद क्या खाएंगे?" दीनदयाल उपाध्याय ने जवाब दिया, "आप खाइये, आपको लंबा जीवन जीना है।"

शिक्षा अधिकारी से राजनीति में आएं
जब भारतीय जनसंघ का गठन हुआ तब भुलई भाई स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे थे। बाद में उन्होंने शिक्षा अधिकारी की नौकरी की। लेकिन 1974 में उन्होंने इस नौकरी को छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया और देश तथा समाज की सेवा करने का दृढ़ निश्चय किया। इसी वर्ष भारतीय जनसंघ ने उन्हें नौरंगिया विधानसभा से टिकट दिया और उन्होंने चुनाव जीतकर विधायक बने। 1977 में भी उन्होंने पुनः विधायक का पद प्राप्त किया। भगवा गमछा उनकी पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जो हमेशा उनके गले में रहता है। हाल ही में गृह मंत्री ने पूर्व विधायकों को सम्मानित किया जिसमें भुलई भाई भी शामिल थे।

भाजपा नेताओं द्वारा पुनः सदस्यता लेने का कारण
अब सवाल यह है कि भाजपा के नेता जो वर्षों से पार्टी में शामिल हैं उन्हें फिर से सदस्यता क्यों लेनी पड़ती है। इसका उत्तर भाजपा के आंतरिक नियमों में छिपा है। भारतीय जनता पार्टी विभिन्न कालखंडों के अनुसार कार्य करती है। जिनकी सामान्य अवधि 6 साल होती है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्य समिति इस कालखंड के समाप्ति और नए कालखंड की शुरुआत का निर्णय लेती है। जब एक कालखंड समाप्त होता है तो नए कालखंड की शुरुआत होती है और सभी पार्टी कार्यकर्ता और नेता पुनः सदस्यता लेते हैं। वर्तमान में भाजपा का नया कालखंड शुरू हो चुका है इसलिए सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है।

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