भाजपा-कांग्रेस दोनों से रहा है नाता : योगी के बेहद करीबियों में शुमार विजय कुमार दुबे को फिर मिली जीत

UPT | योगी के बेहद करीबियों में शुमार विजय कुमार दुबे को फिर मिली जीत

Jun 04, 2024 19:56

गोरखपुर से सटी कुशीनगर की लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई थीं। यहां से एक बार फिर से विजय कुमार दुबे ने जीत दर्ज कर ली है।

Short Highlights
  • योगी के बेहद करीबियों में शामिल
  • कांग्रेस के साथ भी रहा था जुड़ाव
  • जमीन से जुड़े फ्रॉड का आरोप
Kushinagar News : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों का एलान हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन ने 293 सीटों के साथ बहुमत हासिल कर लिया है। इस चुनाव में समाजवादी पार्टी को 38 सीटें, कांग्रेस को 99 सीटें और बहुजन समाज पार्टी को 0 सीटें हासिल हुई हैं। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में केवल 32 सीटें जीती हैं। गोरखपुर से सटी कुशीनगर की लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई थीं। यहां से एक बार फिर से विजय कुमार दुबे ने जीत दर्ज कर ली है।

योगी के बेहद करीबियों में शामिल
विजय कुमार दुबे ने अपनी शुरुआत 2001 में हिंदू युवा वाहिनी से की थी। अपनी सक्रियता के बदौलत वह जल्द ही हिंदु युवा वाहिनी के कुशीनगर जिला समन्वयक बन गए। अपनी कड़ी मेहनत के कारण विजय दुबे ने कुशीनगर में संगठन को बेहद मजबूत बना दिया और ऐसे ही वह योगी आदित्यनाथ के काफी करीबी बन गए। 2007 में समाजवादी पार्टी की सरकार ने योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर में गिरफ्तार किया, तो विरोध में कई हड़तालें हुईं। इसी क्रम में विजय दुबे पर भई रासुका समेत कई धाराएं लगाई गईं।

कांग्रेस में भी हुए शामिल
विजय कुमार दुबे की वफादारी का कर्ज भाजपा ने उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में टिकट देकर उतारा। क्षेत्र में उनकी काफी लोकप्रियता थी, बावजूद इसके वह चुनाव नहीं जीत पाए। इसके बाद दुबे का भाजपा से मोहभंग हो गया और 2010 में उन्हें पार्टी से त्यागपत्र देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया। 2012 में कांग्रेस ने उन्हें खड्डा सीट से विधानसभा का टिकट दे दिया। विजय दुबे यह चुनाव जीत गए। 2016 में वह वापस भाजपा में लौट आए और 2019 का लोकसभा चुनाव न सिर्फ लड़ा, बल्कि जीत भी दर्ज की।

जमीन से जुड़े फ्रॉड का मामला
विजय कुमार दुबे के खिलाफ एक मामला फ्रॉड का भी चर्चा में रहता है। बताते हैं कि दुबे ने 2019 का चुनाव लड़ने के लिए अपनी जमीन किसी कुशवाहा बिरादरी के शख्स को बेची थी। लेकिन चुनाव जीतने के बाद उन्होंने व्यक्ति को जमीन पर पोजेशन लेने से रोक दिया। हालांकि विजय दुबे इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं। विजय दुबे का परिवार भी राजनीति में काफी सक्रिय है। उनकी पत्नी खड्डा से साल 2010 से 2015 तक ब्लॉक प्रमुख रही हैं। वहीं उनके बेटे 2015 से 2020 तक नौरंगिया ब्लॉक के प्रमुख रहे हैं। वर्तमान में उनका बेटा खड्डा ब्लॉक का प्रमुख है।

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