बदलता शहर : नया गोरखपुर बसाने के लिए किसानों से मिलेंगे कानूनगो-लेखपाल, शासन से जारी हो चुकी है 400 करोड़ रुपये की पहली किस्त

Uttar Pradesh Times | गोरखपुर विकास प्राधिकरण

Dec 29, 2023 15:11

गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने नया गोरखपुर बसाने की कवायद तेज कर दी है। इसी के तहत बृहस्पतिवार को जीडीए उपाध्यक्ष और सचिव ने संबंधित गांवों के कानूनगो और लेखपालों के साथ बैठक की।

Gorakhpur News : गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने नया गोरखपुर बसाने की कवायद तेज कर दी है। इसी के तहत बृहस्पतिवार को जीडीए उपाध्यक्ष और सचिव ने संबंधित गांवों के कानूनगो और लेखपालों के साथ बैठक की। जीडीए सभागार में हुई इस बैठक में जमीन खरीदने पर चर्चा की गई। 

किसानों से सीधे जमीन खरीदने पर जोर
जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन ने कहा कि पहले चरण में किसानों से भूमि की सीधे खरीद की जाएगी। कानूनगो व लेखपाल किसानों से संपर्क कर भूमि खरीद की प्रक्रिया को तेज करने पर जोर दें। ऐसा न होने पर अधिग्रहण की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा। जीडीए की जंगल कौड़िया-जगदीशपुर रिंग रोड के आसपास नया गोरखपुर बसाने की योजना है, ताकि लोगों को यातायात समेत अन्य बेहतर सुविधाएं मिल सकें। 

क्या है योजना 
योजना के अंतर्गत यहां पर होटल, अस्पताल, बाजार, स्कूल सहित अन्य प्रमुख सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। गोरखपुर-कुशीनगर रोड पर 14 और बालापार-टिकरिया मार्ग पर 12 गांवों के भू-स्वामियों से सहमति के आधार पर वार्ता करके भू-अधिग्रहण की कार्रवाई कुछ माह पहले शुरू की गई थी, लेकिन किसानों के विरोध के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। 

जीडीए ने तेज की कवायद
लेकिन, जीडीए ने फिर से नया गोरखपुर को लेकर कवायद शुरू की है। बृहस्पतिवार को जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन, सचिव यूपी सिंह, ओएसडी शिवम सिंह, अधिशासी अभियंता नरेंद्र कुमार ने सदर तहसील के संबंधित गांवों के कानूनगो एवं लेखपाल के साथ बैठक की। बैठक में किसानों से सीधे भूमि खरीदने पर सहमति बनाई गई। प्राधिकरण के अधिकारियों को उपाध्यक्ष ने किसानों से सीधे भूमि खरीद किए जाने की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण इस समय अधिग्रहण एवं सीधी खरीद दोनों विकल्पों पर विचार कर रहा है। बैठक में गोरखपुर-टिकरिया-महराजगंज रोड पर स्थित 12 गांव परमेश्वरपुर, विशुनपुर, देवीपुर, ठाकुरपुर नंबंर-1, ठाकुरपुर नंबर-2, महराजगंज, रामपुर गोपालपुर, बैजनाथपुर, बालापार, सोनबरसा, मानीराम, रहमतनगर के कानूनगो व लेखपाल शामिल रहे।

6000 एकड़ जमीन की आवश्यकता
जीडीए की ओर से नया गोरखपुर विकसित करने के लिए करीब 6,000 एकड़ जमीन ली जानी है। शासन की ओर से जमीन खरीदने के लिए पहली किस्त की करीब 400 करोड़ रुपये की धनराशि भेज दी गई है।

क्यों विरोध कर रहे हैं किसान 
नया गोरखपुर के अंतर्गत आने वाले गांव के किसान वर्तमान सर्किल रेट पर जमीन देने से इन्कार कर चुके हैं। जीडीए वर्तमान सर्किल रेट के चार गुना पर भूमि किसानों से लेने की बात कह रहा है। वर्तमान सर्किल रेट वर्ष 2016 का जारी है। किसान इस सर्किल रेट पर भूमि देने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि वर्तमान में भूमि की कीमत काफी बढ़ चुकी है। 

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