महंत अवेद्यनाथ 12 सितंबर 2014 को ब्रह्मलीन हुए थे। तब अपने शोक संदेश में राम मंदिर आंदोलन के शिखरतम लोगों में शुमार विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल ने कहा था,"वह श्री रामजन्म भूमि के प्राण थे। सबको साथ लेकर चलने की उनमें विलक्षण प्रतिभा थी।
Sep 11, 2024 19:26
महंत अवेद्यनाथ 12 सितंबर 2014 को ब्रह्मलीन हुए थे। तब अपने शोक संदेश में राम मंदिर आंदोलन के शिखरतम लोगों में शुमार विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल ने कहा था,"वह श्री रामजन्म भूमि के प्राण थे। सबको साथ लेकर चलने की उनमें विलक्षण प्रतिभा थी।