प्रशासन ने तोड़ा फाउंडेशन : वहां लगने वाली पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी की प्रतिमा, ग्रामीणों से हुई अफसरों की बहस

UPT | हरिशंकर तिवारी का पैतृक गांव टाड़ा

Jul 31, 2024 23:49

गोला के एसडीएम राजू कुमार ने बताया कि प्रतिमा बिना अनुमति के सार्वजनिक जमीन पर लगाई जा रही थी। जबकि ग्राम प्रधान दयाशंकर तिवारी ने बताया कि ग्राम पंचायत ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया था।

Gorakhpur News : जिले के बड़हलगंज इलाके में पूर्व कैबिनेट मंत्री पंडित हरिशंकर तिवारी के पैतृक गांव टाड़ा में उनकी जयंती पर 5 अगस्त को प्रतिमा स्थापित करने के प्रयास को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। बुधवार को तहसील प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल के साथ निर्माणाधीन फाउंडेशन को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान प्रशासन और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस भी हुई।

गोला के एसडीएम राजू कुमार ने बताया कि प्रतिमा बिना अनुमति के सार्वजनिक जमीन पर लगाई जा रही थी। जबकि ग्राम प्रधान दयाशंकर तिवारी ने बताया कि ग्राम पंचायत ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया था। एसडीएम से मौखिक अनुमति भी मिली थी। इसके बावजूद स्थानीय राजनीतिक दबाव के चलते प्रतिमा स्थापना की अनुमति नहीं दी गई। 

बता दें कि 21 जुलाई को गांव निवासी डॉ. राजा वशिष्ठ त्रिपाठी ने सार्वजनिक भूमि पर प्रतिमा स्थापना का विरोध करते हुए पत्र लिखा था। इसकी कॉपी कई उच्चाधिकारियों को भेजी गई। प्रशासन ने अचानक बुधवार को दोपहर में बिना सूचना दिए बुलडोजर से निर्माणाधीन फाउंडेशन को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई का विरोध जताते हुए ग्रामीणों ने प्रशासन पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाया। इस मामले में पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी ने कहा कि सत्ता के अहंकार की निकृष्ट पराकाष्ठा के चलते यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने अपने सहयोगियों और समर्थकों से धैर्य और शांति बनाए रखने की अपील की, साथ ही आश्वासन दिया कि इस अन्याय का उत्तर कानूनी और मर्यादित तरीके से दिया जाएगा।

टाड़ा गांव में प्रतिमा स्थापना को लेकर प्रशासन और ग्रामीणों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा बिना अनुमति के सार्वजनिक जमीन पर लगाई जा रही थी, जबकि ग्रामीणों का दावा है कि उन्हें मौखिक अनुमति प्राप्त थी। इस विवाद ने गांव में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है।

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