बुंदेलखंड में पहली बार : झांसी मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई अत्याधुनिक वीडियो ब्रोंकोस्कोपी

सोशल मीडिया | झांसी में फेफड़ों के कैंसर का सटीक इलाज अब हुआ आसान

Jul 28, 2024 07:11

बुंदेलखंड के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। झांसी के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में अब फेफड़ों के कैंसर का सटीक निदान किया जा सकता है। इस अत्याधुनिक तकनीक से फेफड़ों के रोगों का पता लगाना और उनका इलाज करना काफी आसान हो गया है।

Jhansi News : रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में फेफड़ों के रोगों का सटीक निदान अब और आसान हो गया है। कॉलेज के क्षय रोग विभाग में जून से शुरू हुई अत्याधुनिक वीडियो ब्रोंकोस्कोपी तकनीक से फेफड़ों की जांच और उपचार में क्रांति आ गई है। बुंदेलखंड क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली मशीन है।

विभागाध्यक्ष डॉ. मधुर्मय शास्त्री ने बताया कि इस तकनीक से न केवल फेफड़ों का संक्रमण और पकड़ में न आने वाला निमोनिया बल्कि फेफड़े के कैंसर और ट्यूमर का भी सटीक पता लगाया जा सकता है। वीडियो ब्रोंकोस्कोपी के माध्यम से फेफड़ों का विस्तृत वीडियो रिकॉर्ड किया जाता है, जिससे डॉक्टर रोग का सही निदान कर सकते हैं और उपचार योजना बना सकते हैं। इस तकनीक से बायोप्सी लेना भी आसान हो गया है, जिससे कैंसर की पुष्टि जल्दी की जा सकती है।
 

क्यों है खास यह तकनीक?

  • विस्तृत जांच: फेफड़ों का संपूर्ण वीडियो रिकॉर्ड, जिससे रोग का सटीक निदान।
  • कैंसर का जल्दी पता: बायोप्सी लेना आसान, जिससे कैंसर की पुष्टि में लगने वाला समय कम।
  • फॉलोअप में आसानी: रोगी का पुराना वीडियो रिकॉर्ड होने से फॉलोअप उपचार में मदद।
  • उच्च गुणवत्ता: छह महीने तक सुरक्षित रहता है वीडियो रिकॉर्ड, जिससे जरूरत पड़ने पर अन्य डॉक्टर भी कर सकते हैं इसका अध्ययन।
15 साल का इंतजार हुआ खत्म
डॉ. शास्त्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में यह तकनीक लाने के लिए 15 साल से प्रयास किए जा रहे थे। अब इस तकनीक के शुरू होने से बुंदेलखंड के मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा। फेफड़ा शरीर का सबसे नाजुक अंग होता है और जरा सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है। वीडियो ब्रोंकोस्कोपी से फेफड़ों के रोगों का जल्दी और सटीक निदान होने से कई जिंदगियां बचाई जा सकेंगी।

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