Kannauj News : सरकारी जमीन बेचने के मामले में तिर्वा के राजा समेत तीन पर मुकदमा दर्ज, 1974 सीलिंग के बाद सरकार के कब्जे में आई थी जमीन

UPT | तिर्वा कोतवाली

Dec 24, 2024 17:44

कन्नौज में सरकारी जमीन को लेकर एक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। तिर्वा के राजा समेत तीन लोगों के खिलाफ सरकारी जमीन बेचने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह जमीन 1974 में सीलिंग के दौरान सरकार के कब्जे में आई थी।

Short Highlights
  • कन्नौज में तिर्वा स्टेट के राजा ने गलत तरीके से सरकारी जमीन बेची
  • एसडीएम के निर्देश पर कानूनगो ने राजा और दो खरीदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया
  • राजस्व विभाग की जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
Kannauj News : यूपी के कन्नौज से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कन्नौज में सीलिंग के बाद सरकार के कब्जे में आई जमीन को तिर्वा के राजा ने दो लोगों को बेच दिया। प्रशासन ने जब इसकी जांच कराई तो उसमें सत्यता पाई गई। तिर्वा कोतवाली में राजा और दो खरीददारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एसडीएम के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है।

सोमवार को राजस्व निरीक्षक विनोद कुमार ने तिर्वा स्टेट के राजा देवेश्वर नारायण सिंह निवासी प्रताप भवन तिर्वा, लखनऊ निवासी कपिल कुमार गुप्ता और इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के फतेहपुर रामपुर मंझीला निवासी पूनम पत्नी दीप कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें बताया गया कि दो मार्च 2024 के एक बैनामे की जांच कराई गई। 

गलत तरीके से बेची जमीन 
राजस्व विभाग की जांच में पता चला कि तिर्वा खास में गाटा संख्या 678 की 3.670 हेक्टेयर भूमि सीलिंग में सरकारी जमीन घोषित की गई थी। लेकिन कोर्ट के आदेश की अवहेलना कर देवेश्वर नारायण सिंह ने इस भूमि को कपिल गुप्ता और पूनम को बेच दिया। 

राजा समेत तीन पर मुकदमा दर्ज 
इस संबंध में एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि यह भूमि 1974 में सीलिंग अधिनियम लागू होने के बाद सरकार के अधीन हो गई थी। जो तिर्वा स्टेट के राजा अधिग्रहित की गई थी। बीते दो मार्च को राजा ने गलत तरीके से सीलिंग की जमीन को बेच दिया। तिर्वा कोतवाल जितेंद्र प्रताप के मुताबिक राजस्व विभाग का मामला है। कानूनगो की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है।

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