कानपुर में युवती ने अपने पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे में अपने बेटे को नौकरी दिलाने के लिए कूटचरित ढंग से कागज तैयार कर अपने पिता की दादी को उनकी मां बता दिया। जब मामले की जांच होने पर खुलासा हुआ तो कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ।
Oct 31, 2024 06:58
कानपुर में युवती ने अपने पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे में अपने बेटे को नौकरी दिलाने के लिए कूटचरित ढंग से कागज तैयार कर अपने पिता की दादी को उनकी मां बता दिया। जब मामले की जांच होने पर खुलासा हुआ तो कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ।
Kanpur News: यूपी के कानपुर जिले से एक चौका देने वाला मामला सामने आया हैं।जहां एक युवती ने अपने पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे में अपने बेटे को नौकरी दिलाने के लिए कूटचरित ढंग से कागज तैयार कर अपने पिता की दादी को उनकी मां बता दिया। जब मामले की जांच होने पर खुलासा हुआ तो कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ।आरोप है कि इसमें महिला का पति, बहन व दो चाचा बुआ भी शामिल है। जूही थाने पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मृतक आश्रित में नौकरी पाने के लिए कूटचरित ढंग से तैयार किये कागज
बता दें कि पूरा मामला जूही थाना क्षेत्र के अंतर्गत का है जहां 52 वर्षीय मीरा देवी के पति बाबूराम केडीए में कर्मचारी थे।उनकी चार संतान है। बेटा अनुराग और बेटी अंकित मां मीरा के साथ जबकि बेटियां हेमा और तनु पिता बाबूराम के साथ रहते थे। कोर्ट के आदेश पर बाबूराम पत्नी को गुजारा भत्ता देते थे।वर्ष 2022 में बाबूराम की नौकरी के दौरान मौत हो गई।मीरा ने बेटे अनुराग को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी दिलाने के लिए आवेदन कराया। इस दौरान जांच के दौरान खुलासा हुआ कि बाबूराम संग रहने वाली बेटी हेमा ने कूटचरित तरीके से बाबूराम का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया।जिसमें बाबूराम की मां सियादुलारी को पत्नी दिखाई है।आरोप है कि इस काम में हेमा,उसका पति पंकज, बुआ पप्पी,चाचा राजेश व संतोष शामिल है।
थाना प्रभारी ने दी जानकारी
वही इस पूरे मामले पर जूही थाना प्रभारी मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर हेमा, पंकज कनौजिय,पप्पी,राजेश, संतोष और तनु के खिलाफ षडयंत्र कर धोखाधड़ी की गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।