यूपी के कानपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां बिल्हौर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी ने अजीब कारनामा कर दिखाया। मामला जब अधिकारियों के सामने आया तो उनके होश उड़ गए। ग्राम विकास अधिकारी अपनी जगह पत्नी से काम करा रहा था।
Dec 12, 2024 02:18
यूपी के कानपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां बिल्हौर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी ने अजीब कारनामा कर दिखाया। मामला जब अधिकारियों के सामने आया तो उनके होश उड़ गए। ग्राम विकास अधिकारी अपनी जगह पत्नी से काम करा रहा था।
Kanpur News : यूपी के कानपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। जहां बिल्हौर ब्लाक के ग्राम विकास अधिकारी ने अजीब कारनामा कर दिखाया। मामला जब अधिकारियों के सामने आया तो उनके होश उड़ गए। ग्राम विकास अधिकारी अपनी जगह पत्नी से काम करा रहा था। इसकी वजह से पंचायत में विकास कार्य भी नहीं हो पा रहे थे। वही सीडीओ की समीक्षा बैठक में सचिव की लापरवाही सामने आई थी। डीपीआरओ की रिपोर्ट के बाद सीडीओ ने सचिव को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच कल्याणपुर वीडीओ को सौंपी गई है।
अपनी जगह अपनी पत्नी से करा रहा था नौकरी
बता दें कि एक और जहां योगी सरकार विकास कार्यों को लेकर तत्परता से कम कर रही है। तो वहीं अधिकारी सरकार की योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला बिल्हौर ब्लॉक से सामने आया है। जहां बिल्हौर ब्लॉक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अपनी जगह पत्नी से काम करा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार सचिव प्रदीप कुमार के पास अकबरपुर, ददारपुर कटहा और बेदीपुर गांव की जिम्मेदारी थी। अगस्त महीने में उन्हें कल्याणपुर से बिल्हौर ब्लॉक भेजा गया था। तैनाती के तीन माह बाद भी फील्ड पर नहीं गए। इस पर ग्राम प्रधानों ने खंड विकास अधिकारी से शिकायत की थी। आरोप था कि सचिव की लापरवाही की वजह से स्वच्छ भारत मिशन, गौशाला निर्माण और मानदेय भुगतान नहीं हो पा रहे हैं। आरोप यह भी लगाए की पंचायत में सचिव की जगह उनकी पत्नी काम कर रही है। डीपीआरओ और डीडीओ को भी इस संबंध में जानकारी दी गई थी।
इधर एक सप्ताह पहले सीडीओ ने विकास भवन में विकास कार्यों की समीक्षा की तो सचिव की लापरवाही सामने आई। उन्होंने डीपीआरओ से जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। डीपीआरओ ने वीडीओ दिनेश वर्मा से जांच कराई तो पता चला कि गांव में कराए जा रहे विकास कार्य में सचिव रुचि नहीं ले रहे हैं। काफी समय से भुगतान लंबित पड़े हैं। सचिव के सारे काम उनकी पत्नी करती है। वह सिर्फ सरकारी कार्यों में हस्ताक्षर करते हैं। डीपीआरओ ने जांच रिपोर्ट बनाकर डीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह को सौंपी थी, जिसके आधार पर सचिव को निलम्बित कर दिया गया। निलंबन के दौरान सचिव प्रदीप कुमार को शिवराजपुर ब्लॉक में संबद्ध किया गया है।
डीडीओ ने दी जानकारी
वही इस मामले पर डीडीओ गजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सचिव प्रदीप लगातार विकास कार्यों में लापरवाही बरत रहे थे। प्रधान कई बार शिकायत कर चुके थे।गांव में खुद ना जाकर उनकी पत्नी सारे काम देख रही थी। उन्हें निलंबित कर दिया गया है।