बड़ी खबर : उत्तर प्रदेश कांस्टेबल भर्ती पर कार्रवाई, पेपर लीक होने पर कंपनी ब्लैकलिस्ट

UPT | उत्तर प्रदेश कांस्टेबल भर्ती पर कार्रवाई

Jun 20, 2024 12:21

यूपी पुलिस में 60 हजार कॉन्स्टेबल भर्ती की पुनर्परीक्षा की तारीख का इंतजार कर रहे 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों के लिए अपडेट। उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही रैंक के 60,244 पदों पर सीधी भर्ती...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद अहमदाबाद स्थित कंपनी एजूटेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इस निर्णय की पुष्टि बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने की है। अब एजूटेस्ट को प्रदेश में किसी भी विभाग में भर्ती परीक्षा का काम नहीं मिलेगा।


इसके साथ ही बोर्ड ने एजूटेस्ट कंपनी के संचालक विनीत आर्या के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी की है। आर्या को एसटीएफ द्वारा चार बार नोटिस भेजकर बयान दर्ज करने के लिए तलब किया गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक पेश नहीं होने का सामर्थ्य दिया है।

एजूटेस्ट कंपनी की लापरवाही के मिले प्रमाण
एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद से विनीत आर्या अमेरिका चला गया था और अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। इसके अलावा उन्हें लखनऊ के एसटीएफ मुख्यालय में बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जा रहा है। यदि उन्होंने बयान दर्ज नहीं कराया, तो उन पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में एसटीएफ को सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में एजूटेस्ट कंपनी की लापरवाही के प्रमाण मिले हैं। इसी आधार पर विनीत आर्या के खिलाफ पूछताछ की गई है।

एसटीएफ ने राजीव नयन मिश्रा की तलाश की तेज
आपको बता दें कि इस घटना में एक और मुख्य तत्व है। जिसमें पेपर लीक कराने में शामिल रहे बताए जा रहे प्रयागराज निवासी राजीव नयन मिश्रा और उनके संगठित गिरोह की भूमिका है। एसटीएफ ने उनकी तलाश तेज की है और मास्टरमाइंड सुभाष प्रकाश को भी ध्यान में रखा जा रहा है। इसके अतिरिक्त अहमदाबाद में ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयरहाउस से पेपर लीक होने का मामला सामने आया है, जिसमें एजूटेस्ट कंपनी की लापरवाही का प्रमाण मिला है। इसमें वेयरहाउस में कंपनी के कर्मचारियों की मिलीभगत से पेपर का संशय होने के आरोप हैं।

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