Lucknow News: बुलडोजर एक्शन के लिए रहीमनगर पहुंची अफसरों की टीम, अवैध निर्माण पर लगाए लाल निशान

UPT | रहीमनगर में अवैध निर्माण का सर्वे करने पहुंचे अफसर

Jul 08, 2024 15:58

बड़ी संख्या में नियम कानून को ताक में रखकर लोग वर्षों अवैध तरीके से जिंदगी गुजार रहे हैं। अब अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन को देखकर इनकी दिल की धड़कनें बढ़ गई हैं।

Short Highlights
  • अकबरनगर के बाद अन्य इलाकों में भी तोड़े जाएंगे अवैध मकान
  • कुकरैल नदी को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान जारी
Lucknow News: राजधानी में अकबरनगर का ध्वस्तीकरण अभियान पूरा होने के बाद अब अन्य क्षेत्रों में अवैध निर्माण को ढहाने की तैयारी शुरू हो गई है। अकबरनगर के बाद अब अबरार नगर और रहीमनगर, पंतनगर सहित आसपास के अन्य इलाके में अवैध मकानों पर बुलडोजर एक्शन देखने को मिलेगा। इन क्षेत्रों का सर्वेक्षण पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है। सोमवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण, सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन के अफसरों ने रहीमनगर में सर्वे किया। इस दौरान अवैध निर्माण पर लाल निशान लगाया। इसके साथ ही अबरारनगर और पंतनगर में भी सर्वे के बाद इसी तरह अवैध निर्माण चिह्नित किए जाएंगे। इसके बाद इन सभी को जमींदोज करने की तैयारी है। 

बुलडोजर एक्शन को लेकर लोगों की दिल की धड़कनें बढ़ी
इन इलाकों में बड़ी संख्या में नियम कानून को ताक में रखकर लोग वर्षों अवैध तरीके से जिंदगी गुजार रहे हैं। अब अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन को देखकर इनकी दिल की धड़कनें बढ़ गई हैं। सोमवार को कई लोगों ने अधिकारियों से अपने निर्माण को वैध ठहराने की कोशिश की। लेकिन, अधिकारियों ने उन्हें नियमों का हवाला दिया। राजधानी में इससे पहले अकबरनगर में भी इसी तरह का माहौल देखने को मिला था। लोगों के विरोध के बाद पुलिस टीम की मौजूदगी में अवैध निर्माण को ढहाया गया, जिसके बाद अब अकबरनगर पूरी तरह से सपाट हो चुका है। 

नक्शे के आधार पर चिह्नित किए गए अवैध निर्माण 
लखनऊ विकास प्राधिकरण की बीते दिनों हुई बोर्ड बैठक के बाद सोमवार से सभी विभागों की टीम के एक हफ्ते तक क्षेत्र में सर्वे करने का निर्णय किया गया था। इसके बाद सोमवार से इस दिशा में काम शुरू हो गया। अधिकारियों ने मौके पर जाकर पड़ताल की। नक्शे के आधार पर अवैध निर्माण चिह्नित किए गए। इनमें लाल निशान लगाए गए। इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी, फिर शासन से अनुमति लेकर एक्शन लिया जाएगा। सिंचाई विभाग के मुताबिक कुकरेल नदी से 50 मीटर तक जो एंक्रोचमेंट है वहां कार्रवाई की जाएगी। पंतनगर में इसकी जद में बड़े अपार्टमेंट और मकान आ रहे हैं। अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर एक्शन की भनक लगते ही यहां औने पौने दामों पर फ्लैट बेचकर लोगों का जाना भी शुरू हो गया है। 

अवैध निर्माण से नाले में तब्दील हो गई कुकरैल नदी
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक अबरारनगर में बड़े पैमाने पर लोग अवैध तरीके से रहते हैं। खुर्रमनगर से कुकरैल की ओर जाने पर महज पचास मीटर के बाद से ही अवैध निर्माण नजर आने लगते हैं। अवैध निर्माण के कारण यहां नदी की चौड़ाई भी बेहद कम हो गई है और ये नाले में तब्दील होती चली गई। लोगों ने यहां अवैध तरीके से निर्माण कर लिया। फिलहाल बाईं तरफ के   तीन सौ ज्यादा मकानों पर बुलडोजर एक्शन की तैयारी है। वहीं दाईं तरफ हजारों की संख्या में बने बड़े मकान भी इसकी जद में आ सकते हैं। 

स्थानीय लोगों ने किया विरोध 
उधर स्थानीय निवासियों के मुताबिक वह यहां वर्षों से रहते हैं। हाउस टैक्स से लेकर बिजली का बिल जमा करते हैं। अब अचानक उनके मकान को अवैध श्रेणी में लाया गया है। शुरुआत में ही नगर निगम से लेकर बिजली विभाग व प्रशासन के अधिकारी क्यों नहीं चेते। जीवन की पूंजी लगाकर बनाए घर को अवैध बताकर गिराना गलत है। उधर अफसर नियमों का हवाला देते हुए सभी अवैध निर्माण के खिलाफ एक्शन लेने की बात कर रहे हैं। इससे पहले अकबरनगर में भी लोगों ने यही दलील दी थी। वहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को विस्थापित भी किया गया। 

टीम बनाकर किया जा रहा सर्वे
​अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल कुकरैल रिवर फ्रंट का खुर्रमनगर से सर्वे सोमवार से शुरू हो गया है। इसके लिए जिला प्रशासन की टीम बनाई गई है। इसमें नगर निगम, सिंचाई विभाग और एलडीए के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। अबरार नगर, रहीमनगर, पंतनगर और इंद्रप्रस्थ कॉलोनी आदि का सर्वे होना है। इस दौरान कुकरैल रिवर फ्रंट के दायरे में आने वाले निर्माण चिह्नित किए जाएंगे। वहीं बताया जा रहा है कि अस्ती गांव स्थित सौतल झील को लेकर भी निरीक्षण की तैयारी है। इसके जरिए कुकरैल रिवर फ्रंट में पानी लाने के विकल्प तलाशे जा सकते हैं। 

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