Power Crisis in UP : यूपी में बिजली की मांग में बढ़ोतरी, तीन यूनिटों में 1070 मेगावाट उत्पादन ठप

UPT | Power Crisis in UP

May 23, 2024 10:12

उत्तर प्रदेश में गर्मियों के मौसम के साथ बिजली की मांग काफी बढ़ गई है। राज्य में इन दिनों लगभग 28,000 से 29,000 मेगावाट बिजली की मांग हो रही है। हालांकि, तीन बिजली संयंत्रों की...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश में गर्मियों के मौसम के साथ बिजली की मांग काफी बढ़ गई है। राज्य में इन दिनों लगभग 28,000 से 29,000 मेगावाट बिजली की मांग हो रही है। हालांकि, तीन बिजली संयंत्रों की कुल 1,070 मेगावाट की क्षमता वाली तीन यूनिटों में ब्लॉयलर ट्यूब लीकेज की समस्या के कारण बिजली उत्पादन ठप हो गया है। इन यूनिटों में से एक रोजा की 300 मेगावाट की यूनिट 22 मई को फिर से चालू हो गई, लेकिन ओबरा की 200 मेगावाट, ऊंचाहार की 210 मेगावाट और ललितपुर की 660 मेगावाट की यूनिटें अभी भी बंद हैं।

लाइनों के विस्तार में प्रदेश अव्वल
उत्तर प्रदेश स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के अनुसार, इन यूनिटों को फिर से चालू करने में एक से दो दिन का समय लग सकता है, क्योंकि ब्लॉयलर ठंडा होने के बाद ही लीकेज को ठीक किया जा सकता है। प्रदेश में बिजली के परिवहन और वितरण नेटवर्क के विस्तार में भी काफी प्रगति हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 में राज्य उपयोगिता ने 6,993 सर्किट किलोमीटर के लक्ष्य के मुकाबले लगभग 64 प्रतिशत यानी 11,002 सर्किट किलोमीटर के ट्रांसमिशन लाइनों का विस्तार किया है। इनमें 220 केवी या उससे अधिक वोल्टेज की 1,460 सर्किट किलोमीटर लाइनें शामिल हैं।

राज्य उपयोगिता की रैंकिंग में दूसरें स्थान पर यूपी
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य उपयोगिता की रैंकिंग में गुजरात के बाद दूसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश ने महाराजगंज सबस्टेशन से पीजीसीआईएल के 400 केवी गोरखपुर सबस्टेशन तक 174 सर्किट किलोमीटर की 220 केवी की डबल-सर्किट लाइन भी चालू की है। इसके अलावा, अलीगढ़ से शामली तक 478 सर्किट किलोमीटर की 400 केवी डबल-सर्किट ट्रांसमिशन लाइन को भी जल्द ही चालू किया जाएगा।

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