पीड़िता का आरोप है कि उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए गए और फोटो भी लिया गया। उसने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस वाले उसके उत्पीड़न के साथ पैरोकारों को भी झूठे मामलों में फंसा सकते हैं। उसकी मांग है कि उसे न्याय-नौकरी मिले और जो दोषी है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो।