अखिलेश यादव से मिली अयोध्या गैंगरेप पीड़ित : झूठे मामले में फंसाने की आशंका, FIR वापस लेने का बनाया जा रहा आरोप

UPT | अखिलेश यादव से मुलाकात के दौरान अयोध्या की पीड़ित लड़की

Sep 18, 2024 20:10

पीड़िता का आरोप है कि उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए गए और फोटो भी लिया गया। उसने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस वाले उसके उत्पीड़न के साथ पैरोकारों को भी झूठे मामलों में फंसा सकते हैं। उसकी मांग है कि उसे न्याय-नौकरी मिले और जो दोषी है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो।

Lucknow News : अयोध्या में गैंगरेप का शिकार युवती ने बुधवार को राजधानी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान उसने अपनी आपबीती सुनाई और पुलिस अफसरों के रवैये को लेकर शिकायत की। पीड़ित ने पुलिस पर उसे और उसके परिवार को परेशान करने के आरोप लगाए। सपा अध्यक्ष ने पीड़ित को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीड़ित का आरोप है कि उस पर एफआईआर वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।

सुरक्षा और न्याय दिलाने की मांग, एफआईआर बदलने का लगाया आरोप
अयोध्या के राम मंदिर में सफाई कर्मचारी पीड़ित युवती ने अखिलेश यादव से भेंटकर सुरक्षा और न्याय दिलाने की मांग की।
सपा अध्यक्ष ने उसकी पूरी मदद करने का आश्वासन दिया। समाजवादी पार्टी ने कहा कि राष्टीय अध्यक्ष ने युवती को भरोसा दिलाया कि वह हर तरीके से उसकी मदद करेंगे। युवती ने बताया कि वह सोहावल की रहने वाली है। उसके साथ 8 अगस्त से 25 अगस्त 2024 तक गैंगरेप किया गया। 28 अगस्त 2024 को वह थाने गई। वहां कोई कार्रवाई नहीं होने पर आईजी के पास गई, जहां से उसे फिर महिला थाने भेज दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि वहां उसे, उसके माता-पिता को थाने में रात तक बिठाए रखा गया और काफी बुराभला कहा गया। इसके बाद एसएसपी से एसपी और महिला थाने के चक्कर लगवाए गए। यहां तक की थाना कैंट में दी गई उनकी एफआईआर बदल दी गई। मेडिकल भी नहीं कराया गया।



सादे कागज पर कराए हस्ताक्षर
पीड़िता का आरोप है कि उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर करा लिए गए और फोटो भी लिया गया। उसने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस वाले उसके उत्पीड़न के साथ पैरोकारों को भी झूठे मामलों में फंसा सकते हैं। उसकी मांग है कि उसे न्याय मिले, फिर से नौकरी मिले और जो दोषी है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो। पीड़िता के साथ पूर्व विधायक तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय तथा पूर्व एमएलसी लीलावती कुशवाहा भी मौजूद रहीं।  

अखिलेश यादव ने दिया मदद का आश्वासन
सपा प्रदेश मुख्यालय से बाहर निकलने पर गैंगरेप पीड़ित ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उसने अखिलेश यादव को पूरी जानकारी दे दी है। उनकी ओर से सहयोग का आश्वासन मिला है। उसने कहा कि पुलिस ने उसके साथ बदसलूकी की। युवती ने महिला थाने की दारोगा पर उसे गाली देकर भगाने का आरोप लगाया। पीड़ित के मुताबिक आलाधिकारियों के पास जाने पर एफआईआर दर्ज तो हुई। लेकिन, अब उस पर इसे वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। उसने आरोपियों के सत्तापक्ष से जुड़े होने के कारण पुलिस पर उन्हें बचाने की कोशिश का आरोप लगाया।

भाजपा सरकार में बच्चियों के साथ हो रहा दुष्कर्म
अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भाजपा की सरकार में बच्चियों के साथ बलात्कार और पीड़ित परिवारों के साथ अन्याय हो रहा है। उत्तर प्रदेश में लगातार बलात्कार जैसी शर्मनाक घटनाएं हो रही हैं। पूरे देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की बदनामी हो रही है। हिरासत में मौतों के मामलों में भी उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है। पीडीए को भाजपा सरकार उत्पीड़न का शिकार बना रही है। कानून व्यवस्था उसके राज में पूरी तरह चौपट है। उन्होंने कहा कि भाजपा का सबका साथ सबका विश्वास का नारा धोखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2022 में ही जनता ने भाजपा सरकार से आजादी का इरादा कर लिया था लेकिन भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग कर लोकतंत्र की हत्या कर सरकार बना ली। 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा को सपाने जो सबक सिखाया उससे उसकी बौखलाहट बढ़ गई है।

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