यूपी में अपनी जड़े जमाने की कोशिश में प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी : छापेमारी में एनआईए खंगाल रही नेटवर्क

UPT | NIA Raid

Aug 30, 2024 20:39

एनआईए की तफ्तीश में सामने आया है कि सीपीआई माओवादी को भले ही प्रतिबंधित संगठन की सूची में डाल दिया गया हो। लेकिन, उसके कई सहयोगी संगठन देश विरोधी गतिविधियों में काफी समय से लिप्त हैं। इसके लिए वह बड़ी संख्या में युवाओं को जोड़ रहे हैं।

Lucknow News : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने प्रदेश में कई जगह छापेमारी की है। इसके अलावा देश के अन्य राज्यों में भी छापेमारी की जा रही है। बलिया जनपद में प्रतिबिंबित संगठन सीपीआई माओवादी के सदस्य की गिरफ्तारी के मामले की एनआईए की टीम जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि इस प्रकरण में एनआईए को कई अहम जानकारी मिली है, जिसके आधार पर उसकी टीमें कई जगहों पर छापेमारी में जुटी है।

यूपी के कई जनपदों में एनआईए कर चुकी है छापेमारी
इस मामले में एनआईए की टीम प्रदेश के आजमगढ़, देवरिया, चंदौली और वाराणसी में बीते वर्ष छापेमारी कर चुकी है। तब ये मामला सुर्खियों में रहा था। छापेमारी के दौरान एनआईए के अधिकारियों ने कई सबूत जुटाए थे। अब इन्हीं के आधार पर शुक्रवार को भी प्रदेश में इन जनपदों में छापेमारी की गई गई है। एनआईए के अधिकारियों की ओर से फिलहाल इस संबंध में जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन, माना जा रहा है कि इस बार भी कई अहम साक्ष्य टीमों के हाथ में लगे हैं।

सीपीआई माओवादी के सहयोगी संगठन युवाओं को जोड़ने में जुटे
एनआईए की तफ्तीश में सामने आया है कि सीपीआई माओवादी को भले ही प्रतिबंधित संगठन की सूची में डाल दिया गया हो। लेकिन, उसके कई सहयोगी संगठन देश विरोधी गतिविधियों में काफी समय से लिप्त हैं। इसके लिए वह बड़ी संख्या में युवाओं को जोड़ रहे हैं। इनकी योजना युवाओं को देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त करना है। बताया जा रहा है कि एनआईए की टीमों को छापेमारी में लैपटॉप, पेन ड्राइव, सीडी, मेमोरी कार्ड और मोबाइल से लेकर कई सिम कार्ड मिले हैं।

यूपी के अलावा इन प्रदेशों में सीपीआई माओवादी के समर्थक पैर जमाने की कोशिश में
एनआईए ने 10 नवंबर, 2023 को बलिया में सीपीआई माओवादी के हथियार और गोला-बारूद, आपत्तिजनक दस्तावेज, साहित्य और पुस्तकों की बरामदगी के बाद पांच लोगों की गिरफ्तारी से संबंधित मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। इस वर्ष 9 फरवरी को एजेंसी ने मामले में चार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। एनआईए की अब तक की जांच के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश और अन्य क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति को फिर से मजबूत करने के लिए सक्रिय प्रयास कर रहा है। सीपीआई माओवादी के नेता, कार्यकर्ता और ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) इस क्षेत्र में संगठन की कमजोर होती मौजूदगी को फिर से सक्रिय करने की कोशिश में जुटे हैं। इसकी जानकारी मिलने पर एनआईए इन लोगों की धड़पकड़ में लगी है।

एनआईए की टीम ने वांछित को अंबेडकरनगर से पकड़ा
इस बीच एनआईए की टीम अंबेडकरनगर में छापेमारी के बाद एक व्यक्ति को अपने साथ ले गई है। इस छापेमारी में लखनऊ और हैदरबाद के अफसरों के शामिल होने की बात कही जा रही है। आरोपी के विरुद्ध हैदराबाद में आतंकवाद निरोधक अधिनियम और देश के खिलाफ साजिश रचने में शामिल होने सहित कई संगीन धाराओं में एफआईआर दर्ज है। बताया जा रहा है कि अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम दरवेश पुर निवासी लालचंद के खिलाफ हैदराबाद में एनआईए ने 2023 में केस दर्ज कराया था। जांच में सामने आया है कि लालचंद को विदेश से भी फंडिंग भी हुई है। वह कर्नाटक में पोर्ट पर काम करता था। लालचंद के खिलाफ दर्ज केस को लेकर एनआईए उसकी तलाश कर रही थी। अब बेहद गोपनीय तरीके से छापेमारी कर उसको पकड़ा गया है।

महराजगंज में कई घंटे पूछताछ के बाद युवक को लखनऊ किया तलब
महराजगंज के निचलौल थाना क्षेत्र के करमहिया गांव में एनआईए की टीम ने छापेमारी के बाद एक युवक से लंबी पूछताछ की। इसके बाद टीम के सदस्य युवक का मोबाइल, डायरी और दो पत्रिका अपने साथ लेकर चले गए। युवक को 10 सितंबर को एनआईए के लखनऊ दफ्तर में तलब किया गया है। एनआईए की छापेमारी के दौरान ग्रामीण सकते में आ गए। करमहिया गांव निवासी छेदी गुप्ता के घर को शुक्रवार सुबह एनआईए, स्वाट टीम और निचलौल की पुलिस टीम ने अचानक चारों तरफ से घेर लिया। इस दौरान रास्ते से गुजरने वाले लोगों के आने-जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई। घर की तलाशी में कुछ नहीं मिला। एनआईए की टीम ने छेदी गुप्ता के लड़के जितेंद्र गुप्ता से पूछताछ की। इसके बाद उसके मेडिकल जाकर भी तलाशी ली। टीम जितेंद्र गुप्ता का मोबाइल, डायरी और दो पत्रिका ले गई गई है। जितेंद्र के मुताबिक कोरोना संक्रमण काल के पहले वह एक स्कूल में पढ़ाता था। जहां पर उसका अरविंद नाम के युवक से संपर्क हुआ। वह भी वहीं पढ़ाता था। अरविंद उत्तराखंड का था। इसे लेकर एनआईए पहले भी उससे यहां आकर सवाल कर चुकी है। लेकिन, अरविंद के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।

प्रयागराज में छात्र के कमरे में छापेमारी
प्रयागराज में शिवकुटी थाना क्षेत्र के गोविंदपुर सलोरी इलाके के एक लॉज में एनआईए की टीम ने छापेमारी की। यहां वीरेंद्र सिंह यादव के कमरे में तलाशी ली गई। छह सदस्यीय टीम ने लॉज में रहने वाले उसके करीबी छात्रों के कमरे में भी दस्तावेजों को खंगाला। टीम के सदस्य कई साहित्य समेत तमाम दूसरे दस्तावेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं अपने साथ लेकर गए हैं। बताया जा रहा है कि प्रयागराज में लॉज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले वाले छात्र का संबंध अर्बन नक्सलियों से जुड़ा हुआ है। इसकी जानकारी मिलने पर एनआईए ने छापेमारी की।

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