बसपा की राष्ट्रीय का​र्यकारिणी की बैठक आज : मायावती फिर चुनी जाएंगी अध्यक्ष, जानें आगे का प्लान और युवाओं को लेकर रणनीति

UPT | Mayawati

Aug 27, 2024 09:45

मायावती ने साफ कर दिया है कि वह पार्टी में नंबर वन की अपनी भूमिका नहीं  छोड़ने वाली हैं और आकाश आनंद भी नंबर दो की हैसियत पर बने रहेंगे। मायावती चाहती हैं कि उनके अध्यक्ष बने रहने के दौरान आकाश आनंद देश की सियासत के साथ पार्टी में खुद को पूरी तरह स्थापित कर लें, जिससे कोई सवाल नहीं उठे।

Lucknow News : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मंगलवार को आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। इसमें पार्टी सुप्रीमो मायावती का एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना तय है। मायावती ने एक दिन पहले ही राजनीति से संन्यास लेने की खबरों को अफवाह और षड्यंत्र करार देकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि उनके राजनीति से संन्यास लेने का सवाल ही नहीं उठता। ऐसे में मंगलवार को एक बार फिर पार्टी की कमान संभालने के बाद वह पदाधिकारियों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगी।

2019 में हुआ था राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव 
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सभी वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्य शामिल होंगे। इसमें पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद की भी उपस्थिति होगी। बसपा में इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव वर्ष 2019 में हुआ था, जिसमें मायावती को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया था। पार्टी के संविधान के अनुसार, हर पांच साल में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है। इसी प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मंगलवार को अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। इसमें मायावती एक बार फिर सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुनी जाएंगी। इसके बाद देश के चार राज्यों में इसी वर्ष होने वाले चुनाव की रणनीति पर मंथन होने की बात कही जा रही है।

राज्यों के चुनाव के साथ उपचुनाव पर होगी चर्चा 
बसपा जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर गहन मंथन कर रही है। पार्टी ने हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन किया है। जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर भी मायावती पदाधिकारियों के साथ बैठक करके जल्द फैसला करेंगी। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भी पार्टी रणनीति बना रही है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी पार्टी अपने उम्मीदवार घोषित कर रही है। मायावती ने इसे लेकर नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होने के बाद वह पदाधिकारियों के साथ राज्यों के चुनाव और यूपी में उपचुनाव पर फीडबैक लेंगी।

आकाश आनंद को लेकर मायावती ने स्थिति की स्पष्ट 
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कहा जा रहा है कि मायावती उन्हें राज्यों के चुनाव प्रचार अभियान को लेकर अहम जिम्मेदारी सौंप सकती हैं। आकाश आनंद नेशनल कोऑर्डिनेटर के साथ ही मायावती के उत्तराधिकारी भी हैं। मायावती ने सोमवार को अपने राजनीति से संन्यास लेने की खबरों को षड्यंत्र बताने के साथ आकाश आनंद को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने आकाश आनंद को अपने गैरहाजिर या अस्वस्थ होने पर बसपा के उत्तराधिकारी के रूप में आगे किया है, तबसे जातिवादी मीडिया, उनके राजनीति से संन्यास लेने की फेक न्यूज प्रचारित कर रहा है। इस तरह की अफवाहें षड्यंत्र के तहत केवल पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने के लिए होती हैं।

नंबर वन की भूमिका से समझौता नहीं, युवाओं को पार्टी से जोड़ने पर फोकस
इस तरह मायावती ने साफ कर दिया है कि वह पार्टी में नंबर वन की अपनी भूमिका नहीं  छोड़ने वाली हैं और आकाश आनंद भी नंबर दो की हैसियत पर बने रहेंगे। मायावती चाहती हैं कि उनके अध्यक्ष बने रहने के दौरान आकाश आनंद देश की सियासत के साथ पार्टी में खुद को पूरी तरह स्थापित कर लें, जिससे कोई सवाल नहीं उठे। आकाश आंनद को उन्होंने पार्टी में युवाओं को जोड़ने का भी जिम्मा दिया है। मायावती ने कहा कि बसपा व मूवमेन्ट के हित में नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने को लेकर 50 प्रतिशत तक पार्टी पदाधिकारी युवा वर्ग को बनाने की प्रक्रिया लगातार जारी है। ऐसे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में वह इसे लेकर भी दिशा निर्देश दे सकती हैं। इसक अलावा उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चर्चा होने की उम्मीद है।

कांग्रेस, सपा, भाजपा पर हमला रहेगा जारी
इसके साथ ही मायावती एक बार फिर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और भाजपा की नीतियों, फैसलों पर सवाल उठाते हुए पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों से इनके षड्यंत्र से दूर रहने की अपील कर सकती हैं। मायावती एक दिन पहले ऐसी अपील कर चुकी हैं। साथ ही वह लखनऊ में स्टेट गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाते ही सपा को लेकर अपने इरादे जाहिर कर चुकी हैं। वह एससी एसटी आरक्षण के मामले में भी लगातार हमलावर बनी हुई हैं। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मायावती इसे लेकर आगे की रणनीति पर दिशा निर्देश देंगी। 
 

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