संभल नरसंहार के आरोपियों को आज तक सजा क्यों नहीं : विपक्ष पर हमलावर हुए सीएम योगी

UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Dec 15, 2024 20:37

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की नीतियों पर कड़ा हमला किया। शनिवार को मुंबई और रविवार को लखनऊ में विपक्षी दलों के मुद्दों को उठाते हुए सीएम ने कहा कि भारत की विरासत के बारे में बोलने वालों को धमकियां दी जाती हैं।

Short Highlights
  • कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की नीतियों पर कड़ा हमला
  • भारत की विरासत के प्रति बोलने वालों को मिलती है धमकी
  • सीएम ने विपक्षी दलों को घेरा
Lucknow News  : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की नीतियों पर कड़ा हमला किया। शनिवार को मुंबई और रविवार को लखनऊ में विपक्षी दलों के मुद्दों को उठाते हुए सीएम ने कहा कि भारत की विरासत के बारे में बोलने वालों को धमकियां दी जाती हैं। उन्होंने विपक्षी दलों की मानसिकता को उजागर करते हुए कहा कि 46 साल पहले संभल में जिन दरिंदों ने नरसंहार किया, उन्हें आज तक सजा क्यों नहीं मिली? इसके साथ ही सीएम योगी ने संविधान और देश की अस्मिता को लेकर विपक्ष की नीतियों पर सवाल उठाए।

संभल के विवादित मंदिर पर सीएम का बयान
सीएम योगी ने संभल के मंदिर का जिक्र करते हुए विपक्ष को घेरते हुए कहा कि संसद में जब संविधान पर चर्चा हो रही थी, तो विपक्षियों ने संभल का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 46 साल पहले जिन लोगों ने संभल में मंदिर बंद कराया, आज वही मंदिर फिर से सबके सामने आ गया है। सीएम ने यह भी सवाल उठाया कि उन निर्दोषों का क्या कसूर था, जिनकी निर्मम हत्या हुई थी? साथ ही यह भी कहा कि जो सच बोलेगा, उसे धमकी दी जाएगी और मुंह बंद कराने की कोशिश की जाएगी।


सीएम योगी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर कड़ा हमला करते हुए उनके दोहरे चरित्र को उजागर किया। सीएम ने कहा कि जो लोग भारत की विरासत के प्रति बोलने वालों को धमकाते हैं और डिस्कवरी ऑफ इंडिया को भारत का सबसे प्राचीन ग्रंथ मानते हैं, वे संविधान के नाम पर पाखंड कर रहे हैं। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि से संबंधित 9 नवंबर 2019 के उच्चतम न्यायालय के फैसले का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे लोग आज भी जज को धमकी देने की कोशिश करते हैं और उपराष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उनकी आवाज को दबाना चाहते हैं।

सच को दबाने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
सीएम योगी ने आगे कहा कि उपराष्ट्रपति अपनी योग्यता और क्षमता के बल पर उच्च सदन का संचालन कर रहे हैं, लेकिन विरोधियों को इस पर चिंता है। उन्होंने कहा कि यह परिवार विशेष की बपौती हुआ करती थी, और अब जब कोई किसान का पुत्र वहां तक पहुंचा है, तो उन्हें यह असहज कर रहा है। सीएम ने कहा कि जो लोग सच बोलने वालों को महाभियोग का डर दिखाकर चुप कराना चाहते हैं, उन्हें नंगा करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह दोहरा चरित्र अब और नहीं चलेगा, और सत्य को दबाने वाले लोगों को बेनकाब किया जाना चाहिए।

समान नागरिक संहिता पर उठाए सवाल, विपक्षी दलों को घेरा
सीएम ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति द्वारा समान नागरिक संहिता पर उठाए गए सवाल को लेकर विपक्षी दलों पर कड़ा हमला किया। सीएम ने कहा कि न्यायमूर्ति ने बहुसंख्यक समाज के हितों की चर्चा की थी और सच्चाई बोलना अपराध नहीं होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने राज्यसभा में माननीय न्यायमूर्ति के खिलाफ महाभियोग की नोटिस दी है, जबकि वे खुद को लोकतांत्रिक बताते हैं और संविधान की पुस्तक साथ लेकर चलते हैं। सीएम ने कहा कि ये वही लोग हैं जो संविधान का गला घोंटने का काम करते हैं, लेकिन इन्हें शर्म नहीं आती।

देश में समान नागरिक संहिता पर जोर
सीएम ने देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि दुनिया में बहुसंख्यक समाज जो चाहता है, व्यवस्था उसी हिसाब से चलती है। उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक का भेद समाप्त किया जाना चाहिए और सभी पर समान कानून लागू होना चाहिए। सीएम ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे संविधान का गला घोंटने की कोशिश कर रहे हैं और दबंगई से सच को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब इन लोगों को एक्सपोज किए जाने की जरूरत है ताकि देश की व्यवस्था सही तरीके से चल सके।

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