UP News : निजीकरण के खिलाफ विद्युत संविदा कर्मी चलाएंगे जागरूकता अभियान, महासंघ ने किया एलान

UPT | निजीकरण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएंगे विद्युत संविदा कर्मी।

Dec 15, 2024 21:16

महासंघ के मीडिया प्रभारी विमल चंद पांडेय ने बताया कि निजीकरण के कारण संविदा कर्मियों की स्थिति लगातार खराब हो रही है। बैठक में सर्वसम्मति से कर्मचारियों के हक में यह अभियान शुरू करने पर सहमति बनी।

Lucknow News : विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ उत्तर प्रदेश के घटक संगठनों ने प्रदेशभर में निजीकरण के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। यह अभियान 16 दिसंबर से 23 दिसंबर 2024 तक प्रदेश के सभी जिलों और परियोजना स्थलों पर संचालित किया जाएगा।

अभियान की रूपरेखा पर चर्चा
महासंघ की रविवार को लखनऊ के नरही कार्यालय में आयोजित बैठक में अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष आरएस राय ने की। बैठक में अभियान की रूपरेखा पर चर्चा हुई। महासंघ के मीडिया प्रभारी विमल चंद पांडेय ने बताया कि निजीकरण के कारण संविदा कर्मियों की स्थिति लगातार खराब हो रही है। बैठक में सर्वसम्मति से कर्मचारियों के हक में यह अभियान शुरू करने पर सहमति बनी।



न्यूनतम मजदूरी से भी कम वेतन
प्रभारी विमल चंद पांडेय ने बताया कि बिजली परिचालन और वितरण के दौरान हर साल 14 सौ से अधिक संविदा कर्मियों की मौत हो जाती है। इसके बावजूद उन्हें न्यूनतम मजदूरी से भी कम वेतन दिया जा रहा है। महासंघ ने सरकार से मांग की है कि संविदा कर्मचारियों का वेतन बढ़ाकर न्यूनतम 22 हजार रुपये प्रति माह किया जाए। वहीं, लाइनमैन, एसएसओ और कंप्यूटर ऑपरेटर को 25 हजार रुपये प्रति माह वेतन देने की सिफारिश की गई। तृतीय श्रेणी के नियमित कर्मचारियों का नियुक्ति ग्रेड पे तीन हजार रुपये और छठे ग्रेड पे 6,600 रुपये किए जाने की भी मांग उठाई गई। महासंघ ने इन मांगों को जल्द पूरा करने का आह्वान करते हुए निजीकरण के खिलाफ अपने अभियान को तेज करने का संकल्प लिया है।

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