पुलिस रेसलिंग क्लस्टर की शुरुआत : सीएम योगी बोले- यूपी में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को मिल रही सरकारी नौकरी

UPT | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

Sep 09, 2024 14:37

सीएम ने खेलों के महत्व, स्वस्थ शरीर, समाज और राष्ट्र निर्माण के संबंध में विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की प्राचीन परंपराओं में खेलों का हमेशा से एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 73वें अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर-2024 के उद्घाटन समारोह में शामिल हो सभी प्रतिभागियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने खेलों के महत्व, स्वस्थ शरीर, समाज और राष्ट्र निर्माण के संबंध में विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की प्राचीन परंपराओं में खेलों का हमेशा से एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है। अपने भाषण में उन्होंने प्राचीन भारतीय ऋषियों के उद्धरण "शरीरमाद्यम् खलु धर्म साधनम्" का उल्लेख किया, जिसका अर्थ है कि धर्म और सभी जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति केवल स्वस्थ शरीर से ही संभव है।

स्वस्थ शरीर, समर्थ समाज-सशक्त राष्ट्र की आधारशिला
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेलकूद, योग और प्राणायाम जैसी शारीरिक गतिविधियां न केवल स्वस्थ जीवनशैली के लिए आवश्यक हैं, बल्कि यह समाज को भी सशक्त बनाती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वस्थ शरीर ही समर्थ समाज और सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में अग्रसर करता है। उन्होंने खिलाड़ियों को बधाई दी और उनकी मेहनत और दृढ़ता की सराहना की। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीजी दलजीत सिंह चौधरी भी मौजूद थे। 

दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर गर्व
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों के बारें में बताया। उन्होंने बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से नरेंद्र मोदी ने खेलों को विकसित भारत की संकल्पना में एक महत्वपूर्ण स्थान दिया है। खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट और सांसद खेलकूद प्रतियोगिताओं जैसी योजनाओं ने खेलों को हर स्तर पर लोकप्रिय बनाया है। सीएम ने पैरालंपिक में भारतीय दिव्यांग खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने अपने अद्वितीय जज्बे और प्रतिभा से न केवल देश, बल्कि दुनिया को भी अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। इसने प्रधानमंत्री मोदी की 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को भी साकार किया है।

खेल से मिलती है प्रेरणा और अनुशासन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने खेलों के प्रति समर्पण और जीवन में उतार-चढ़ाव के बीच अनुशासन बनाए रखने के महत्व पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि खेल सिर्फ जीतने का साधन नहीं होते, बल्कि यह हमें जीवन में हर मोड़ पर आगे बढ़ने और जीतने की प्रेरणा देते हैं। खेल जीवन में शालीनता और सहिष्णुता का विकास करते हैं, जो कि समाज में सद्भाव और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कई बार हार भी बड़ी जीत की दिशा में मार्ग प्रशस्त करती है, और खेल हमें इस सच्चाई को स्वीकार करने की शक्ति देते हैं।

पुलिस के जवान रचनात्मक कार्यों से जुड़ें
सीएम योगी ने पुलिस बल के जवानों से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन इसके साथ ही उन्हें समाज को एकजुट करने वाली गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए। उन्होंने बताया कि पुलिस बल के जवानों की प्रतिबद्धता और ईमानदारी से काम करने की क्षमता समाज में सुरक्षा का माहौल बनाती है। लेकिन इसके साथ ही सामाजिक, सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियों में भी भागीदारी जरूरी है, ताकि समाज में विश्वास और आपसी सहयोग बढ़े।

खिलाड़ियों के लिए विशेष नीतियां
खेलों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक कार्ययोजनाएं बनाई हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खेल नीति बनाई गई है, जिसके तहत ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड और विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को पुलिस बल में सीधी भर्ती की जा रही है। अब तक 5 से अधिक खिलाड़ियों को पुलिस बल में शामिल किया गया है, जिन्होंने खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यह कदम न केवल खेलों को प्रोत्साहन देगा, बल्कि पुलिस बल को भी नई ऊर्जा प्रदान करेगा। सीएम ने बताया कि राज्य सरकार ने 57 हजार ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान, 825 विकास खंडों में मिनी स्टेडियम और 75 जिलों में स्टेडियम निर्माण की योजना बनाई है। इससे युवाओं में खेलों के प्रति रुचि को बढ़ावा मिलेगा और उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।

सीमाओं की सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता पर बल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीमा सुरक्षा के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल और भारत-भूटान सीमाओं पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) बेहतरीन कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश की नेपाल से जुड़ी 550 किमी की सीमा है, जहां उत्तर प्रदेश पुलिस और एसएसबी मिलकर पेट्रोलिंग करते हैं। उन्होंने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ वहां रहने वाले लोगों में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करना भी आवश्यक है। इसी विश्वास के साथ एसएसबी सीमावर्ती क्षेत्रों में रचनात्मक गतिविधियों को भी बढ़ावा देता है, जिससे वहां के लोगों का जीवन बेहतर हो सके।

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