उद्यमियों ने तर्क दिया कि शहर में प्रदूषण दिवाली के बाद से बढ़ा है, जबकि उद्योग पहले से ही चल रहे थे। उन्होंने कहा कि दिवाली के दौरान छुट्टी के कारण फैक्टरियां बंद थीं, फिर भी प्रदूषण बढ़ा। इसके अलावा, क्षेत्र के भीतर लगाए गए वायु गुणवत्ता मापक यंत्र का प्रभाव पांच किमी की परिधि में है, जिसमें चारबाग स्टेशन, आलमबाग, और अन्य यातायात प्रभावित क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में जाम और वाहनों से उत्पन्न प्रदूषण अधिक होता है।