हैसिंडा भूमि घोटाला : पूर्व आईएएस अफसर मोहिंदर सिंह ईडी के सामने नहीं हुए हाजिर, कसेगा शिकंजा

UPT | पूर्व आईएएस अफसर मोहिंदर सिंह

Sep 25, 2024 22:21

बताया जा रहा है कि मोहिंदर सिंह ने इस संबंध में न तो कोई आधिकारिक जवाब भेजा और न ही अनुपस्थित होने का कारण बताया है। अब ईडी उन्हें दूसरा समन भेजने की तैयारी में है। कहा जा रहा है कि यदि वे इस बार भी पेश नहीं होते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Lucknow News : प्रदेश में नोएडा के हैसिंडा प्रोजेक्ट भूमि घोटाले की जांच के तहत बुलाए गए पूर्व आईएएस अफसर और नोएडा अथॉरिटी के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोहिंदर सिंह बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश नहीं हुए। पिछले हफ्ते हैसिंडा प्रोजेक्ट के संचालकों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी ने मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित आवास की भी तलाशी ली थी। इसके बाद से वह सुर्खियों में हैं। छापेमारी के दौरान उनके आवास से करोड़ों रुपये के हीरे और अघोषित संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। इसके बाद उन्हें लखनऊ स्थित ईडी के जोनल कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था।

दूसरा नोटिस भेजने की तैयारी
बताया जा रहा है कि मोहिंदर सिंह ने इस संबंध में न तो कोई आधिकारिक जवाब भेजा और न ही अनुपस्थित होने का कारण बताया है। अब ईडी उन्हें दूसरा समन भेजने की तैयारी में है। कहा जा रहा है कि यदि वे इस बार भी पेश नहीं होते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह ध्यान देने योग्य है कि मोहिंदर सिंह पहले से ही विजिलेंस की निगरानी में हैं, जिन्हें स्मारक घोटाले के तहत भी पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है। पिछले हफ्ते के छापे के दौरान वह अपने घर पर ही मौजूद थे, लेकिन इससे पहले वह ऑस्ट्रेलिया में होने के कारण पेश नहीं हुए थे। विजिलेंस भी उन्हें नए नोटिस भेजने की प्रक्रिया में है।



भूमि आवंटन में अनियमितता
ईडी की पड़ताल में सामने आया है कि मोहिंदर सिंह के कार्यकाल के दौरान, हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को नोएडा में 67 हजार वर्ग मीटर भूमि अपार्टमेंट बनाने के लिए आवंटित की गई थी। बाद में, हैसिंडा ने 27 हजार वर्ग मीटर भूमि को 236 करोड़ रुपये में एक अन्य बिल्डर को बेच दिया और अथॉरिटी को कोई भुगतान नहीं किया, जिससे यह भूमि घोटाला प्रकाश में आया। माना जा रहा है कि नोएडा अथॉरिटी में तैनात रहे कई अन्य आईएएस अफसर भी पूछताछ के दायरे में आ सकते हैं। वहीं हैसिंडा प्रोजेक्ट से संबंधित काम देखने वालों को भी ईडी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है।

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