Hardoi News : हरदेव राजा की पूजा के दौरान नदी में डूबे चार किशोर, दो की मौत

UPT | डूबने से दो बच्चों की हुई मौत।

Sep 10, 2024 01:47

उत्तर प्रदेश के हरदोई में सोमवार को हरदेव राजा की पूजा करने गई गांव की महिलाओं के साथ गए 4 किशोर नहाने गए थे। इसी दौरान गंगा नदी के ककरहिया नाले में वे डूबने लगे। घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। इस बीच ग्रामीणों ने दो किशोरों को बचा लिया, लेकिन दो किशोरों की डूबकर मौत हो गई.....

Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में सोमवार को हरदेव राजा की पूजा करने गई महिलाओं के साथ नहाने गए चार किशोरों में से दो की डूबकर मौत हो गई, जबकि दो को ग्रामीणों ने बचा लिया। घटना हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के अर्जुनपुर ग्राम पंचायत के ज्ञानपुर मजरा गांव में स्थित गंगा नदी से निकले ककरहिया नाले के पास की है। यह दर्दनाक हादसा तब हुआ जब महिलाएं हरदेव राजा की पूजा कर रही थीं, और किशोर नाले में स्नान कर रहे थे।

पूजा के दौरान हुआ हादसा
सोमवार को गांव की कई महिलाएं हरदेव राजा की पूजा करने के लिए ककरहिया नाले के किनारे गई थीं। साथ में कुछ किशोर भी थे, जिनमें कौशल (13) पुत्र उमाकांत, उसका भाई अनुज, अंशु (12) पुत्र रामलखन, और विजय पुत्र लालताराम शामिल थे। चारों किशोर नाले में स्नान करने लगे, लेकिन गहरे पानी में जाने के कारण वे डूबने लगे। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और महिलाओं के चीखने-चिल्लाने पर ग्रामीणों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। अनुज और विजय को समय रहते बचा लिया गया, लेकिन कौशल और अंशु गहरे पानी में समा गए।



शव बरामद, परिवार में मातम
करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने दोनों किशोरों के शव को नाले से निकाला। घटना की सूचना पर काफी देर बाद नायब तहसीलदार अनेक सिंह और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोनों किशोरों के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस हादसे से गांव में शोक का माहौल है।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक कौशल गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 8 का छात्र था और अपने पांच भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी मां पूनम का घटना के बाद रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, अंशु कक्षा 5 का छात्र था और वह अपने परिवार में सबसे छोटा था। उसकी मां आशा और परिवार के अन्य सदस्य भी इस हादसे से बेहद दुखी हैं। अंशु दो भाई और एक बहन के साथ अपने परिवार में सबसे लाड़ला था।

प्रशासन की देरी पर सवाल
ग्रामीणों ने प्रशासन की देरी पर नाराजगी जताई, क्योंकि घटना के कई घंटे बाद नायब तहसीलदार और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन समय पर सक्रिय होता, तो बचाव कार्य में अधिक मदद मिल सकती थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और आवश्यक कार्रवाई पूरी की। यह घटना ग्रामीण इलाकों में जलस्रोतों के पास सावधानी न बरतने की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं की ओर इशारा करती है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों को नदियों और नालों के पास विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

Also Read