यूपी बनने जा रहा है ऊर्जा क्षेत्र का हब : सोनभद्र, चंदौली और मीरजापुर में पंप स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना, योजना के तहत प्रमुख पहल

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Sep 16, 2024 17:46

उत्तर प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर और शक्तिशाली बनाने के लिए योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। सरकार ने सोनभद्र, चंदौली और मीरजापुर को पंप स्टोरेज प्लांट्स का प्रमुख हब बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं

Lucknow News : उत्तर प्रदेश को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर और शक्तिशाली बनाने के लिए योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। सरकार ने सोनभद्र, चंदौली और मीरजापुर को पंप स्टोरेज प्लांट्स का प्रमुख हब बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। इस योजना के तहत कुल 6 पंप स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना की जाएगी, जिससे प्रदेश की ऊर्जा उत्पादन क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी।

योजना के तहत प्रमुख पहल
योगी सरकार की दृष्टि के अनुसार, पंप स्टोरेज प्लांट्स का उद्देश्य प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन और वितरण को सुदृढ़ करना है। इनमें से मीरजापुर में 4 पंप स्टोरेज प्लांट्स स्थापित किए जाएंगे, जबकि सोनभद्र और चंदौली में भी पंप स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना होगी। इस परियोजना के अंतर्गत कुल मिलाकर 4,730 मेगावॉट ऊर्जा उत्पन्न की जाएगी। 

सोनभद्र में सबसे बड़ा प्लांट
सोनभद्र में 1250 मेगावॉट क्षमता का सबसे बड़ा पंप स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जाएगा। 30 मई को इस परियोजना को स्वीकृति मिली थी, और इसे एक्वाग्रीन इंडीनियरिंग मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डेवलप किया जा रहा है। यह प्लांट सोन नदी के पानी को दो रिजर्वायर में पंप करके स्टोरेज कैपेसिटी बढ़ाएगा। इस परियोजना की कुल लागत 6100.62 करोड़ रुपये होगी। 



चंदौली में हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट
चंदौली के मुबारकपुर में 600 मेगावॉट कैपेसिटी का पंप स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसकी लागत 3544.81 करोड़ रुपये है। यह क्लोज्ड लूप स्टोरेज हाइड्रो प्रोजेक्ट होगा और एक्मे ऊर्जा टू प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्माण किया जाएगा। 

मीरजापुर में चार प्रमुख प्लांट्स
मीरजापुर में 3480 मेगावॉट ऊर्जा उत्पादन करने वाले 4 पंप स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना की जाएगी। इसमें अवाडा ग्रुप द्वारा कटरा में 630 मेगावॉट कैपेसिटी का प्लांट, रेन्यू द्वारा गांव कालू पट्टी में 600 मेगावॉट और बबूरा में 800 मेगावॉट कैपेसिटी के प्लांट्स शामिल हैं। इसके अलावा, बबूरा रघुनाथ सिंह गांव में ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम द्वारा 850 मेगावॉट कैपेसिटी का प्लांट स्थापित किया जाएगा। इन परियोजनाओं की कुल लागत 4410 करोड़ रुपये से लेकर 3946.12 करोड़ रुपये तक है। 

भविष्य की दिशा
योगी सरकार की इस पहल से प्रदेश में ऊर्जा संकट को समाप्त करने और औद्योगिक गतिविधियों को समर्थन देने में मदद मिलेगी। इन पंप स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना से उत्तर प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त होगी और प्रदेश का ऊर्जा उत्पादन क्षमता भी मजबूत होगी। इस परियोजना की सफलता से प्रदेश की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा और लोगों को बेहतर ऊर्जा आपूर्ति मिल सकेगी।

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