बदहाल स्वास्थ्य सेवा : आईसीयू के बाहर खुला नाला, भिनभिना रही मक्खियां...ये है हरदोई का मेडिकल कॉलेज

UPT | हरदोई में सड़क पार करते स्ट्रेचर पर मरीज

Sep 24, 2024 14:17

प्रभारी मंत्री असीम अरुण मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करके चले गए। लेकिन मेडिकल कॉलेज के हालत अभी भी पहले जैसे ही हैं। बच्चों के वार्ड के बाहर खुला नाला है, वहां मक्खियां भिनभिनाती रहती हैं जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है।

Short Highlights
  • हरदोई मेडिकल कॉलेज में मरीजों की जान से हो रहा खिलवाड़ 
  • प्रभारी मंत्री और डीएम के निरीक्षण के बाद भी नहीं सुधरी व्यवस्थाएं 
  • मेडिकल कॉलेज के स्ट्रेचर पर व्यस्ततम सड़क पर देखे जा सकते हैं मरीज 
  • अधिकांश मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है 
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक का हरदोई गृह जनपद है। उनके द्वारा भी मेडिकल कॉलेज का पूर्व में निरीक्षण किया जा चुका है और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। हाल ही में पहले जिला अधिकारी और फिर प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने भी इसका निरीक्षण किया था, जिसमें पाया गया था कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती अधिकांश मरीजों को बाहर की ही दवाएं और टॉनिक लिखी जा रही हैं। उन्होंने 3 घंटे में मामले की जांच रिपोर्ट मांगी थी और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने को भी कहा था। मंत्री के जाने के बाद भी स्थिति जस की तस है। मेडिकल कॉलेज में बच्चों के आईसीयू के बाहर गेट पर गटर खुला है और उसमें से गंदगी निकल रही है, चारों तरफ संक्रमण की भरमार है।

राम भरोसे हरदोई मेडिकल कॉलेज 
हरदोई में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद जनपद वासियों में अच्छे इलाज का भरोसा जगा था लेकिन कॉलेज के प्रिंसिपल की लापरवाही के चलते मेडिकल कॉलेज में मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। पिछले दिनों प्रभारी मंत्री असीम अरुण के निरीक्षण के दौरान सामने आया था कि मरीजों को बाहर से दवाइयां लिखी जा रही हैं और मेडिकल कॉलेज के अंदर दवा माफियाओं का काकस काम कर रहा है। चारों तरफ गंदगी और अव्यवस्था का आलम है। मरीज जमीन पर लेटे मिले, मेडिकल कॉलेज के बाहर सबसे व्यस्ततम सड़क पर स्ट्रेचर पर लेटे मरीज इधर-उधर घूमते नजर आए। बाहर प्राइवेट दुकानों पर प्रैक्टिस की भी खबरें आईं। उन्होंने प्रशासन को निर्देशित किया था कि मरीजों के साथ में हो रहे इस खिलवाड़ को बंद किया जाए। 

मंत्री के जाने के बाद भी नहीं सुधरे हालात 
प्रभारी मंत्री असीम अरुण मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करके चले गए। लेकिन मेडिकल कॉलेज के रियलिटी चेक में हालत अभी भी पहले जैसे ही हैं। मासूम बच्चों के पीडियाट्रिक आईसीयू वार्ड के बाहर खुला नाला है। उससे निकलने वाली गंदगी बच्चों के वार्ड के गेट तक पहुंच रही है, वहां गंदगी है, भिनभिनाती मक्खियां हैं और मेडिकल कॉलेज से निकलने वाला कूड़ा-कचरा चारों तरफ बिखरा पड़ा है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। लेकिन इसे देखने और इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने इस मामले पर जवाब देना भी उचित नहीं समझा है, हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं।

Also Read