हरदोई में हल्दी की खेती किसानों को किया मालामाल, 1 एकड़ में हो रहा 1100 टन का उत्पादन, हम लागत में तीन गुना मुनाफा देने वाली खेती की तरफ मुड़ रहे हरदोई के किसान, जाने हर सब्जी की शान हल्दी की फसल किस पर कैसे हुई मेहरबान, जाने शुभ कामों में इस्तेमाल होने वाली हल्दी की फसल से जुड़ी बेहतरीन जानकारी
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में किसान हल्दी की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं कम लागत में मालामाल करने वाली हल्दी की खेती से काफी अच्छी उपज प्राप्त की जा रही है कम लागत में 3 गुना ज्यादा मुनाफा देने वाली इस फसल की तरफ अब हरदोई के किसान काफी तेजी से आकर्षित हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उद्यान विभाग और कृषि विभाग की तरफ से उन्नतशील बीज भी किसानों को मुहैया कराए जा रहे हैं अच्छी फसल करने वाले होनहार किसानों को सरकार की तरफ से सब्सिडी की भी व्यवस्था है समय-समय पर उत्तर प्रदेश तथा केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के अंतर्गत किसानों को चौपाल लगाकर जागरुक भी किया जा रहा है हरदोई की हल्दी मध्य प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा आदि प्रदेशों तक में बिकने के लिए जा रही है जिससे किसानों को अच्छा बाजार मूल्य भी मिल रहा है
हरदोई के लाला पुरवा निवासी किसान अमन राजवंशी ने बताया कि वह पहले पारंपरिक खेती किया करते थे जिसमें आए दिन आने वाली देवी आपदा के चलते फसल काफी प्रभावित होती थी कई बार तो खेती पर लगाया गया खर्च तक निकलना मुश्किल हो जाता था कोरोना काल में उन्होंने कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली हल्दी के विषय में इंटरनेट के माध्यम से जानकारी प्राप्त की थी और उसके बाद में जिला उद्यान विभाग में जाकर उसे समय के जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार से हल्दी की उन्नत किस्म के विषय में जानकारी प्राप्त की थी उसे समय उनके द्वारा सुझाए गए उपाय के जरिए हल्दी के उन्नत बीजों के साथ उन्होंने कम एरिया में हल्दी की फसल तैयार की थी और अब वह इस समय एक एकड़ में लगातार हल्दी की ही फसल कर रहे हैं
1 एकड़ में 100 से 200 कुंतल तक होती है हल्दी की उपज
राजवंशी बताते हैं कि एक बीज से कई बार तो 1 किलो तक या उससे ज्यादा तक उपज होती है अच्छी तरीके से खेत को भुरभुरा बनाने के बाद में बटहरी विधि से बोई गई हल्दी काफी अच्छी तरीके से फलती है 1 एकड़ में औसतन यह 100 कुंतल से लेकर 200 कुंतल तक पहुंच जाती है 10 कुंतल बीज से 100 से 200 कुंतल तक की उपज का यह रिकॉर्ड किसानों के लिए किसी वरदान से काम नहीं है गीली हल्दी बाजार में अच्छी कीमत पर बिक जाती है वहीं सूखी हल्दी और भी ज्यादा अच्छी कीमत पर बाजार में बिकती है
6 महीने में पूरी तरीके से अच्छी फलत वाली होती है फसल तैयार
हरदोई के जिला कृषि अधिकारी नंदकिशोर बताते हैं कि किसानों को अच्छी क्वालिटी का बीज लेने की सलाह दी जाती है इन बीजों में पीतांबर, सोरमा,आर एच 5, सुदर्शन हल्दी की किस्मे में शामिल है हल्दी का औसत मूल्य 2000 से लेकर 5000 कुंतल तक उठना गिरता रहता है कुल मिलाकर हल्दी की खेती किस के लिए फायदे का सौदा है तमिलनाडु महाराष्ट्र तेलंगना कर्नाटक आदि प्रदेशों में हल्दी की भारी मांग है भारतवर्ष में पैदा होने वाली हल्दी की विदेश तक में सप्लाई की जाती है