लखनऊ में 4-5 सितंबर को जॉइंट कमांडर्स कॉन्फ्रेंस पर हाई अलर्ट : तीनों सेनाओं के प्रमुख थिएटर कमांड पर करेंगे मंथन

UPT | central command lucknow

Aug 26, 2024 14:30

सशस्त्र बलों के शीर्ष सैन्य कमांडरों की बैठक को पहले दिन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पांच सितंबर को पहली बार संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जहां सैन्य परिवर्तन से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

Lucknow News : भारतीय सेना की ओर से ज्वॉइंट कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को लेकर राजधानी में तैयारियों को तेजी से अंतिम रूप दिया जा रहा है। लखनऊ में पहली बार इसका आयोजन किया जा रहा है। चार व पांच सितंबर को छावनी स्थित मध्य कमान मुख्यालय में यह कॉन्फ्रेंस होगी, जिसमें 'सशक्त और सुरक्षित भारत : सशस्त्र बलों का ट्रांसफॉर्मेशन' पर गहन चर्चा होगी। रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सहित थलसेना, नौसेना व वायुसेना के प्रमुख कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगे। इसमें थिएटर कमांड व सेना को उन्नत बनाने पर चर्चा होगी।

मध्य कमान में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम
इस कॉन्फ्रेंस को लेकर मध्य कमान में विशेष तैयारी की जा रही है। आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। इसके लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। चार व पांच सितंबर को हाई अलर्ट रहेगा। कैंट क्षेत्र के अतिरिक्त रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट, बस अड्‌डों आदि जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जा रहा है। 

रक्षा मंत्री 5 सितंबर को करेंगे संबोधित
सशस्त्र बलों के शीर्ष सैन्य कमांडरों की बैठक को पहले दिन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान संबोधित करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पांच सितंबर को पहली बार संयुक्त कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जहां सैन्य परिवर्तन से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा थलसेना, नौसेना व वायुसेना के टॉप कमांडर्स सेनाओं को सशक्त बनाने, उपकरणों की आवश्यकता आदि पर वक्तव्य पेश करेंगे।

लखनऊ में पहली बार कॉन्फ्रेंस का आयोजन, इसलिए है खास
यह बैठक देश में आयोजित होने वाला पहला ऐसा सम्मेलन है, क्योंकि प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित संयुक्त कमांडरों का सम्मेलन अब सामान्य वार्षिक आयोजन के बजाय हर दो साल में आयोजित किया जाएगा। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज्वॉइंट कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को भोपाल में संबोधित किया था। इसके बाद यह तय किया गया कि प्रत्येक दो वर्षों पर इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन होगा। इसी के तहत लखनऊ में कॉन्फ्रेंस आयोजित की जा रही है। 

तीनों सेना के प्रमुख एक साथ होंगे मौजूद
यह पहली बार होगा कि एक ऐसा मंच बनाया गया है, जहां तीनों सेवाओं के सभी सैन्य कमांडर रक्षा बलों में चल रहे परिवर्तन पर चर्चा करने के लिए एक साथ मौजूद होंगे। इस दौरान थिएटर कमांड का निर्माण और बलों के बीच संयुक्तता की भावना स्थापित करने पर चर्चा की जाएगी।

मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने पर विमर्श 
दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस की थीम 'सशक्त और सुरक्षित भारत : सशस्त्र बलों का ट्रांसफॉर्मेशन' रखी गई है। इसके तहत मिलिट्री से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। साथ ही मेक इन इंडिया के तहत डिफेंस उपकरणों के निर्माण आदि मुदूरों पर विचार-विमर्श होगा तथा सशस्त्र बलों के निदेशालयों की ओर से प्रेजेंटेशन दी जाएंगी। कॉन्फ्रेंस में थिएटर कमांड बनाने को लेकर चर्चा भी होगी। थिएटर कमांड का उपयोग युद्ध के दौरान तब होता है, जब बात तीनों सेनाओं के बीच समन्वय की होती है। यह तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाने में अहम भूमिका अदा करेगा। 

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