केजीएमयू का 120वां स्थापना दिवस : पद्मश्री मानिंद्र अग्रवाल बोले- चिकित्सा क्षेत्र में एआई की भूमिका होगी अहम, रोजगार पर नहीं पड़ेगा असर

UPT | केजीएमयू का 120वां स्थापना दिवस।

Dec 21, 2024 13:26

कानपुर आईआईटी के निदेशक पद्मश्री डॉ. मानिंद्र अग्रवाल ने कहा कि आने वाला समय तकनीक का है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भूमिका जांच और इलाज तक में अहम होगी। दूसरे क्षेत्रों में भी इसका प्रभाव बढ़ेगा।

Short Highlights
  • सरकारी योजनाओं के तहत संस्थान में 30 हजार मरीजों को मिल रहा मुफ्त इलाज 
  • केजीएमयू में बनेगा प्रदेश का पहला अपेक्स सेंटर फॉर वूमेन एंड चाइल्ड केयर सेंटर
Luckow News : कानपुर आईआईटी के निदेशक पद्मश्री डॉ. मानिंद्र अग्रवाल ने कहा कि आने वाला समय तकनीक का है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भूमिका जांच और इलाज तक में अहम होगी। दूसरे क्षेत्रों में भी इसका प्रभाव बढ़ेगा। नई तकनीक से काम करने के तरीके में बदलाव आएगा। लोगों की यह चिंता कि एआई रोजगार के अवसर कम करेगा, निराधार है। मशीनें कभी भी इंसान का विकल्प नहीं बन सकतीं। हालांकि, तकनीक मानव की भूमिका में कुछ बदलाव जरूर ला सकती है। वह शनिवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के 120वें स्थापना दिवस समारोह में संबोधित कर रहे थे।

रोबोटिक्स और डेटा विश्लेषण में बदलाव की संभावना
अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित समारोह में डॉ. मानिंद्र अग्रवाल ने कहा कि एआई आने से दो बदलाव होने की संभावना है। पहला रोबोटिक्स और दूसरा डेटा विश्लेषण। इन दोनों क्षेत्रों में मानव मशीन की बराबरी नहीं कर सकता। रोबोट की मदद से जटिल से जटिल ऑपरेशन को आसानी से किया जा सकता है। इसमें सफलता दर में भी वृद्धि होगी। इसके बावजूद इंसानों की भूमिका कम नहीं होगी।



एक साल में 22 लाख से अधिक मरीजों को मिला इलाज
केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि संस्थान में प्रदेश का पहला अपेक्स सेंटर फॉर वूमेन एंड चाइल्ड केयर सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। इसके अलावा संस्थान में टेलीमेडिसिन सेंटर की स्थापना की भी मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष में 22 लाख से अधिक मरीजों को इलाज प्रदान किया जा सकता है। इसमें से 19 लाख ओपीडी में, 1.5 लाख भर्ती मरीजों को उपचार दिया गया और एक लाख से अधिक ऑपरेशन किए गए। इसके अलावा ट्रॉमा सेंटर में लगभग 90 हजार मरीजों को इलाज दिया गया। सरकारी योजनाओं के तहत 30 हजार मरीजों को मुफ्त इलाज मिल रहा है। साथ ही 22 करोड़ रुपये की लागत वाले 290 प्रोजेक्ट भी प्राप्त हुए हैं।

रिटायर डॉक्टरों का हुआ सम्मान
इस मौके पर रिटायर होने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। इसमें न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. आरके गर्ग, कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसके द्विवेदी, बाल रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. माला कुमार, दंत संकाय के डॉ. शादाब मोहम्मद, माइक्रोबायोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. अमिता जैन, पैथोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. उमाशंकर, डॉ. देवेश सिंह और डॉ. गोपा बनर्जी को सम्मानित किया गया।

बेहतर काम करने वाले डॉक्टर सम्मा​नित
समारोह में बेहतर काम करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया गया। इनमें न्यूरो सर्जरी विभाग के अध्यक्ष और सीएमएस डॉ. बीके ओझा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेश कुमार, दंत संकाय के डॉ. सौम्येंद्र विक्रम सिंह और न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ. हरदीप सिंह मल्होत्रा को सम्मानित किया गया।

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