जेपीएनआईसी का काम अखिलेश सरकार में साल 2013 से 2016 के दौरान किया गया। इस दौरान करीब 865 करोड़ रुपए खर्च किए गए। वहीं वर्ष 2017 से यहां काम प्रभावित है। जेपीएनआइसी के अधूरे निर्माण कार्य को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की जा चुकी है, जिस पर कोर्ट ने सरकार से जवाब भी मांगा था।