लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बढ़ सकता टोल शुल्क : यूपीडा ने मांगें नए आवेदन, जानिए कितना बढ़ेगा रेट

UPT | लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे

Oct 09, 2024 02:22

लखनऊ से आगरा के बीच उत्तर प्रदेश के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे पर जल्द ही टोल शुल्क में वृद्धि देखने को मिल सकती है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा)...

Lucknow News : लखनऊ से आगरा के बीच उत्तर प्रदेश के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे पर जल्द ही टोल शुल्क में वृद्धि देखने को मिल सकती है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के टोल संग्रहण के लिए नई एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत यूपीडा ने टोल संग्रहण की जिम्मेदारी संभालने के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे हैं, जिसमें न्यूनतम 471.65 करोड़ रुपये का सालाना टोल संग्रह देना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, हर वर्ष इस राशि में 10 फीसदी की वृद्धि भी लागू होगी।

2016 में हुआ था एक्सप्रेसवे का उद्घाटन
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश की तत्कालीन सरकार के नेतृत्व में किया गया था और इसे दिसंबर 2016 में जनता के लिए खोला गया। 302 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे अपने तेज रफ्तार यात्रा अनुभव के लिए जाना जाता है। जिसने दोनों शहरों के बीच यात्रा समय को काफी कम कर दिया है। हालांकि इस पर जनवरी 2018 से ही टोल शुल्क लागू किया गया था।

प्रमुख टोल प्लाजा और सुविधाएं
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर दो मुख्य टोल प्लाजा स्थापित हैं। जो व्यापक स्तर पर वाहनों की जांच और टोल संग्रहण का काम करते हैं। इसके अतिरिक्त एक्सप्रेसवे पर 15 रैंप प्लाजा भी बनाए गए हैं ताकि शहरों और गांवों से आने-जाने वाले यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित की जा सके। इस एक्सप्रेसवे पर बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ने के लिए भी एक जंक्शन उपलब्ध है। जो आगरा और बुंदेलखंड क्षेत्र के बीच यातायात को और अधिक सुलभ बनाता है।

ये भी पढ़े : हाईकोर्ट के आदेश के बाद नोएडा वालों को दिवाली से पहले मिलेगा तोहफा

नई एजेंसी के लिए दिशा-निर्देश और अनिवार्यताएं
यूपीडा ने टोल संग्रहण के कार्य के लिए नई एजेंसी का चयन करने का निर्णय लिया है। यह एजेंसी अधिकतम ढाई वर्षों तक एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली का काम करेगी। इस एजेंसी को न केवल टोल संग्रहण का काम संभालना होगा, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए 10 एडवांस श्रेणी की एंबुलेंस, 10 पेट्रोल वाहन और 10 पेट्रोलिंग व सेफ्टी वाहनों का रखरखाव भी करना होगा। जिससे दुर्घटनाओं या किसी अन्य आपात स्थिति में तत्काल सहायता उपलब्ध हो सके।

यात्रियों पर संभावित प्रभाव
टोल शुल्क में संभावित वृद्धि का सीधा असर इस एक्सप्रेसवे का उपयोग करने वाले लाखों यात्रियों पर पड़ सकता है। हर वर्ष टोल दर में 10 फीसदी वृद्धि से यात्रा लागत में इजाफा होगा। हालांकि यूपीडा का कहना है कि इस वृद्धि से एक्सप्रेसवे पर बेहतर सेवा और सुरक्षित यात्रा का अनुभव सुनिश्चित किया जाएगा।

Also Read