उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण विभाग के आधीन जनजाति विकास निगम ने गोरखपुर व आसपास के क्षेत्रों के ट्राइब्लस की स्थितियों के अध्ययन के लिए मानव विज्ञान को दस लाख रुपये की ग्रांट मुहैया करायी। नियमों के मुताबिक यह राशि विवि के सरकारी खाते में मंगानी चाहिए। लेकिन धन तत्कालीन विभागाध्यक्ष के खाते में भेजा गया।