महाकुंभ 2025 : प्रयागराज में बनेगा डिजिटल कुंभ म्यूजियम, समुद्र मंथन होगा मुख्य आकर्षण

UPT | पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह।

Oct 02, 2024 21:12

महाकुंभ 2025 को एक भव्य और यादगार आयोजन बनाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है। सरकार के निर्देश पर पर्यटन विभाग ने एक अनूठी पहल करते हुए प्रयागराज में डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनाने की योजना तैयार की है।

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 को एक भव्य और यादगार आयोजन बनाने के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है। सरकार के निर्देश पर पर्यटन विभाग ने एक अनूठी पहल करते हुए प्रयागराज में डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनाने की योजना तैयार की है। यह म्यूजियम आगंतुकों को कुंभ मेले से जुड़ी ऐतिहासिक और आध्यात्मिक जानकारी प्रदान करेगा, जिसे डिजिटल माध्यमों के जरिए बेहद आकर्षक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा।

6 करोड़ राशि पहले ही जारी 
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रयागराज के अरैल रोड, नैनी स्थित शिवालय पार्क के पास यह म्यूजियम बनाया जाएगा। इसके निर्माण के लिए 21.38 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से 6 करोड़ रुपये की राशि पहले ही जारी की जा चुकी है। इस संग्रहालय का आकार दस हजार वर्ग मीटर में फैला होगा, जिसमें एक साथ दो हजार से दो हजार पांच सौ आगंतुक भ्रमण कर सकेंगे।



समुद्र मंथन डिजिटल प्रस्तुति बनेगी मुख्य आकर्षण
इस म्यूजियम में समुद्र मंथन की कथा और उससे प्राप्त 14 रत्नों की डिजिटल प्रस्तुति मुख्य आकर्षण का केंद्र होगी। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को समुद्र मंथन की कहानी को अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से दिखाया जाएगा, जिससे वे इस पौराणिक कथा के हर पहलू को गहराई से समझ सकेंगे। इसके अलावा, प्रयागराज के महाकुंभ के अलावा हरिद्वार, नासिक और उज्जैन में होने वाले कुंभ मेलों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। म्यूजियम में न सिर्फ ऐतिहासिक और धार्मिक तथ्यों को प्रस्तुत किया जाएगा, बल्कि यहां पर लैंडस्केपिंग भी की जाएगी और दर्शकों की सुविधा के लिए टिकट काउंटर की भी व्यवस्था की जाएगी। इससे यह म्यूजियम न केवल धार्मिक स्थल के रूप में बल्कि एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में भी उभरेगा।

महाकुंभ में आते हैं करोड़ों पर्यटक 
महाकुंभ 2025 उत्तर प्रदेश सरकार के लिए एक बड़ा अवसर होने के साथ ही एक चुनौती भी है। उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में तेजी से बढ़ रहे पर्यटन क्षेत्र को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। महाकुंभ में हर बार करोड़ों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, जिससे राज्य की पर्यटन व्यवस्था को बड़े पैमाने पर सुधारने का मौका मिलता है। इस बार, डिजिटल म्यूजियम जैसी योजनाएं कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के अनुभव को और भी अद्वितीय और रोचक बनाएंगी।

चित्रकूट टूरिज्म एप वन-स्टॉप सॉल्यूशन
सरकार ने धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों तक पर्यटकों की पहुंच को आसान बनाने के लिए एक और कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश के पवित्र तीर्थस्थल चित्रकूट के लिए एक विशेष मोबाइल एप 'चित्रकूट टूरिज्म एप' विकसित किया गया है। इस एप के माध्यम से पर्यटक चित्रकूट के प्रमुख धार्मिक स्थलों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। एप में रामघाट, कामदगिरी पर्वत, हनुमान धारा आदि प्रमुख स्थलों की जानकारी, उनका धार्मिक महत्व, दर्शन के समय और यात्रा के लिए मार्गदर्शन दिया जाएगा

Also Read